गणेश चतुर्थी 2023: त्योहार की तैयारी और धार्मिक महत्व

गणेश चतुर्थी 2023 का त्योहार आ गया है! यह भारत में सबसे बड़े तरीके से मनाया जाता है। भगवान गणेश को आराधना करने का यह समय है। आज हम बताएंगे कि गणेश चतुर्थी 2023 कब है, कैसे मनाया जाता है, और इसका धार्मिक महत्व क्या है।

गणेश चतुर्थी 2023 की तारीख

गणेश चतुर्थी 2023 की तारीख 23 सितंबर को है, जो शनिवार का दिन है। इस दिन भगवान गणेश की मूर्ति घरों में और सार्वजनिक स्थानों पर स्थापित की जाती है। लोग सुबह से ही तैयारी शुरू कर देते हैं।

गणेश चतुर्थी के दिन लोग अपने घरों में गणपति की मूर्ति लाते हैं। यह मूर्ति आमतौर पर चांदी, लकड़ी या मिट्टी से बनी होती है। इसके साथ फूल, फल, और मिठाई भी लगाई जाती है। गणपति के सामने भक्ति गीत गाए जाते हैं और लोग उनकी आरती करते हैं।

त्योहार के विशेष आयोजन

गणेश चतुर्थी के दिन शहरों में बड़े-बड़े सार्वजनिक आयोजन होते हैं। लोग गणपति की मूर्ति लाकर सार्वजनिक स्थानों पर स्थापित करते हैं। यहां लोगों को आने का बड़ा मौका मिलता है। इन स्थानों पर भक्ति संगीत, नृत्य, और भोजन का व्यवस्था की जाती है।

इस त्योहार पर लोग अपने परिवार के साथ मिलकर खाना बनाते हैं। विशेष रूप से, गणपति के लिए बनाई जाने वाली लड्डू, बाटली, और अन्य मिठाइयां बहुत पसंद की जाती हैं। इस दिन लोग अपने दोस्तों और परिवार को भी बुलाते हैं।

गणेश चतुर्थी के बाद गणपति उत्सव के दिन भी आते हैं। यह त्योहार आमतौर पर 10 दिन तक चलता है। इस दौरान गणपति की मूर्ति को विसर्जन करने का विशेष तरीका होता है। विसर्जन के दिन लोगों को बहुत उत्साह होता है।

अगर आप गणेश चतुर्थी 2023 के लिए तैयारी कर रहे हैं, तो याद रखें कि गणपति की मूर्ति को घर में लाने से पहले उसे साफ करना जरूरी है। और इसके साथ आप अपने घर में भी गणपति की आरती कर सकते हैं। यह त्योहार न केवल धार्मिक बल्कि सामाजिक भी है। तो अगले साल के लिए तैयारी शुरू कर दीजिए!

गणेश चतुर्थी 2023: 19-28 सितंबर तक देशभर में भक्ति, परंपरा और पर्यावरण के बीच संतुलन

गणेश चतुर्थी 2023 का दस दिवसीय पर्व 19 से 28 सितंबर तक देशभर में धूमधाम से मनाया गया। भाद्रपद शुक्ल पक्ष चतुर्थी की तिथि 18 से 19 सितंबर सुबह 10:28 तक रही, इसलिए उपवास 18 को और मुख्य स्थापना 19 को हुई। इस बार मंगलवार, रवि योग और स्वाति-विषाखा नक्षत्र के योग ने पर्व को खास बनाया। बड़े शहरों में सुरक्षा, ट्रैफिक और पर्यावरण के लिए विशेष इंतज़ाम हुए।

द्वारा लिखित

Maanasa Manikandan, सित॰, 7 2025