Target Price क्या है? सरल शब्दों में समझें

जब आप शेयर या कोई भी वित्तीय एसेट खरीदते हैं, तो अक्सर हम समाचार या विश्लेषकों की बात सुनते हैं कि ‘target price’ 1,200 रुपये या 75 डॉलर तक पहुँच सकता है। लेकिन असल में यह शब्द क्या बताता है? बुनियादी तौर पर target price वह कीमत है, जिसका अनुमान विशेषज्ञ या प्रोफेशनल फंड मैनेजर भविष्य में किसी एसेट के लिए लगाते हैं। इसका मतलब यह नहीं कि कीमत ज़रूर उस स्तर पर पहुँचेगी, बल्कि यह एक दिशा‑सूचक है जो आपको निवेश के बारे में सोचने में मदद करता है।

कभी‑कभी लक्ष्य कीमत क्यों बदलती है?

मार्केट का हर दिन नया डेटा, नई खबर और नई भावना लाता है। अगर कंपनी ने नया उत्पाद लॉन्च किया, या आर्थिक आंकड़े बेहतर आए, तो विश्लेषक अपनी गणना फिर से कर सकते हैं और target price को ऊपर‑नीचे कर सकते हैं। यही कारण है कि आप लगातार अपडेटेड रिपोर्ट्स देखना चाहिए, क्योंकि पुरानी लक्ष्य कीमतें अब प्रासंगिक नहीं रह सकतीं।

Target Price का सही इस्तेमाल कैसे करें?

1. संदर्भ समझें – केवल एक नंबर पर भरोसा न करें। देखें कि कौन से मानदंड, जैसे राजस्व वृद्धि, लाभ मार्जिन, या बाजार हिस्सा, आधार बनाकर लक्ष्य तय किया गया है।

2. अपना जोखिम‑प्रोफ़ाइल मिलाएँ – अगर आप कम जोखिम लेते हैं, तो उन एसेट्स को देखें जिनके लक्ष्य कीमत और वर्तमान कीमत के बीच बड़ा अंतर है, जिससे फायदा मिलने की संभावना बढ़े।

3. वास्तविकता जाँचें – अगर लक्ष्य कीमत बहुत ऊँची लग रही है, तो उसका कारण क्या है? क्या यह सिर्फ उत्साह का असर है या कंपनी के ठोस मूवमेंट का? सवाल पूछें और खुद भी थोड़ा‑बहुत गणना कर देखें।

4. समय‑सीमा तय करें – कुछ विश्लेषक 6 महीने, कुछ 12 महीने की अवधि में लक्ष्य निर्धारित करते हैं। अपने निवेश के टाइमलाइन के साथ इस अवधि को मिलाएँ।

5. डायवर्सिफ़ाइ करें – सिर्फ एक एसेट या एक ही लक्ष्य कीमत पर भरोसा न रखें। कई शेयर या एसेट्स के लक्ष्य रख कर पोर्टफ़ोलियो को संतुलित रखें।

अंत में ये समझना जरूरी है कि target price एक ‘अनुमान’ है, न कि गारंटी। इसे एक दिशा‑निर्देश की तरह इस्तेमाल करें, पर अपनी खुद की रिसर्च और समझ को भी साथ रखें। अगर आप नए हैं, तो छोटे‑छोटे निवेश करके धीरे‑धीरे सीख सकते हैं कि विभिन्न विश्लेषकों के लक्ष्य कीमतों में कितना अंतर है और ये आपके वास्तविक return पर कैसे असर डालते हैं।

तो अगली बार जब आप किसी समाचार में ‘target price’ पढ़ें, तो बस एक नंबर नहीं, बल्कि उस पीछे की लॉजिक देखिए और अपने निवेश निर्णय में इसे एक सहायक टूल बनाइए।

Jefferies ने Adani Power पर 'Buy' दोहराया, लक्ष्य 690 रुपये; 18% उछाल की संभावना

Jefferies ने Adani Power पर 'Buy' रेटिंग बनाए रखी और 690 रुपये का लक्ष्य दिया, यानी करीब 18% अपसाइड की गुंजाइश। ब्रोकरेज ने क्षमता विस्तार, मजबूत बैलेंस शीट, लाभकारी PPA और BHEL के साथ तालमेल को वजह बताया। बांग्लादेश से भुगतान आने के बाद रिसीवेबल्स का जोखिम घटा। FY30 तक EBITDA दोगुना करने का रोडमैप और 30 GW क्षमता का लक्ष्य रखा गया।

द्वारा लिखित

Maanasa Manikandan, सित॰, 20 2025