जब बात भारत की कक्षा 10 और 12 की पढ़ाई की आती है, तो अक्सर हम CBSE, केंद्रीय बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन, जो राष्ट्रीय स्तर पर स्कूलों के पाठ्यक्रम, परीक्षा और परिणामों का नियोजन करता है. इसके अलावा इसे सीबीएसई के नाम से भी जाना जाता है. अगर आप छात्र, अभिभावक या शिक्षक हैं, तो इस बोर्ड की हर नई नीति या बदलाव आपके रोज़मर्रा के फैसलों पर असर डालता है।
CBSE के पाठ्यक्रम, विषयों की क्रमबद्ध सूची जो छात्रों को कक्षा के लक्ष्य तक पहुंचाती है में विज्ञान, गणित, सामाजिक विज्ञान और भाषाएँ प्रमुख हैं। पिछले साल कॉरनरस्टोन बदलाव ने कई विषयों में व्यावहारिक प्रयोग और प्रोजेक्ट‑आधारित मूल्यांकन को बढ़ावा दिया। यही कारण है कि अब छात्रों को केवल रिव़ायती सिद्धांत नहीं, बल्कि वास्तविक जीवन की समस्याएँ हल करने की क्षमता भी सीखने को मिलती है। यदि आप स्कूल में पढ़ाते हैं, तो इस अपडेटेड पाठ्यक्रम को समझना आपके शिक्षण को अधिक इंटरैक्टिव बनाता है।
पाठ्यक्रम के साथ-साथ परीक्षा, राष्ट्रीय स्तर की टेस्टिंग प्रक्रिया जो छात्रों के ज्ञान का मूल्यांकन करती है भी बदल रही है। CBSE ने हाल ही में निरंतर आकलन (Continuous and Comprehensive Evaluation) को सख्ती से लागू किया, जिससे विद्यार्थियों को पूरे साल में कई छोटे‑छोटे टेस्टों के माध्यम से अपने प्रदर्शन को सुधारने का मौका मिलता है। इस प्रणाली में ऑनलाइन प्रॉक्सी टेस्ट, प्रैक्टिस सेट और फॉर्मेटिव असेसमेंट शामिल हैं, जिससे छात्रों को अंतिम परीक्षा से पहले अपनी ताकत‑कमजोरियों का पता चलता है।
परीक्षा के परिणामों का रिव्यू भी एक अहम कदम बन गया है। परिणाम, विभिन्न परीक्षाओं के आधिकारिक स्कोरिंग डेटा, जो छात्र, अभिभावक और शैक्षिक संस्थानों को उपलब्ध होते हैं अब रीयल‑टाइम में ऑनलाइन पोर्टल के जरिए देखे जा सकते हैं। परिणामों में ग्रेड, प्रतिशत और रैंकिंग शामिल है, जिससे छात्रों को आगे की पढ़ाई या करियर के लिये सही दिशा मिल जाती है। कई सालों में यह प्रक्रिया तेज़, पारदर्शी और भरोसेमंद बन गई है।
अंत में, CBSE के साथ काम करने वाले शिक्षक, शैक्षणिक पेशेवर जो पाठ्यक्रम और परीक्षा दोनों को लागू करने में मुख्य भूमिका निभाते हैं के पास अब नयी ट्रेनिंग मॉड्यूल्स और डिजिटल टूल्स की पहुंच है। यह न केवल उनके शिक्षण को आसान बनाता है, बल्कि छात्रों को नई तकनीकों से भी परिचित कराता है। इस ताजगी भरी शिक्षा प्रणाली के कारण, भारत के कई स्कूल वैश्विक मानकों के साथ तालमेल बिठा रहे हैं। अब जब आप इस पेज पर आए हैं, तो नीचे की लिस्ट में CBSE से जुड़ी ताज़ा खबरें, परीक्षा अपडेट और परिणाम गाइड्स पाएँगे—सब आपका इंतज़ार कर रहे हैं।
CBSE ने 12 दिसम्बर 2023 को 2024 की कक्षा 10 और 12 बोर्ड परीक्षाओं का डेटाशीट जारी किया। कक्षा 10 की परीक्षा 15 फरवरी से शुरू, कक्षा 12 के मुख्य विषय 19 फरवरी को। प्रैक्टिकल परीक्षा 1 जनवरी से, कुछ स्कूलों में नवंबर‑दिसंबर में। सभी प्रमुख प्रतियोगी परीक्षाओं से टकराव नहीं। सप्लीमेंटरी परीक्षा का शेड्यूल जून 2024 में अलग से आएगा।