राष्ट्रीय स्तर पर सबसे अधिक पढ़े जाने वाले बोर्ड, CBSE 2024 बोर्ड परीक्षा डेटाशीट को आधिकारिक वेबसाइट cbse.nic.in पर 12 दिसंबर 2023 को प्रकाशित किया गया। इस शेड्यूल में कक्षा 10 और कक्षा 12 के विद्यार्थियों को स्पष्ट तारीखें, समय‑स्लॉट और विशेष निर्देश दिए गये हैं, जिससे विद्यालय और अभ्यर्थी दोनों को तैयारी में पर्याप्त समय मिल सके।
कक्षा 10 की परीक्षा 15 फरवरी 2024 को शुरू हुई और 29 मार्च तक चलने वाले दो महीनों में सभी विषयों का प्रबंधन किया गया। विशेष रूप से गणित, विज्ञान और सामाजिक विज्ञान के बीच एक‑दूसरे से पर्याप्त अंतर रखा गया, ताकि विद्यार्थियों को प्रत्येक विषय की रिवीजन के लिए समय मिल सके।
कक्षा 12 के प्रमुख विषयों की परीक्षा 19 फरवरी को हिंदी वैकल्पिक तथा हिंदी कोर पेपर से शुरू हुई। इसके बाद भौतिकी, रसायन विज्ञान, गणित, जीव विज्ञान, अंग्रेजी, इतिहास, भूगोल आदि को क्रमवार निर्धारित किया गया। बोर्ड ने यह ध्यान रखा कि सभी प्रमुख राष्ट्रीय प्रतियोगी परीक्षाओं—जैसे JEE, NEET—के घटित होने वाले तिथियों से टकराव न हो, जिससे छात्र बोर्ड की पढ़ाई पर पूरा ध्यान दे सकें।
मुख्य परीक्षा सत्र 1 अप्रैल 2024 को समाजशास्त्र पेपर के साथ समाप्त हुआ। इस अंतिम परीक्षा के बाद विद्यार्थियों को सीमित समय में अपने उत्तरपत्रों को दोबारा जाँचने का अवसर मिल गया, जिससे उनका आत्म‑विश्वास बढ़ा।
कक्षा 12 के प्रैक्टिकल परीक्षा 1 जनवरी 2024 को शुरू हुई। विज्ञान विषयों—भौतिकी, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान—के लिए प्रयोगशाला में व्यावहारिक जांचें निर्धारित की गयीं। उत्तरार्द्ध में, उत्तर भारत के ठंडे क्षेत्रों में स्थित स्कूलों के लिए इन प्रैक्टिकल को 14 नवंबर से 14 दिसंबर 2023 के बीच आयोजित किया गया, जिससे मौसम संबंधी बाधाओं से बचा जा सके।
सभी शैक्षणिक संस्थानों को PDF स्वरूप में तैयार टेबल डाउनलोड करने की सुविधा दी गयी। इस फॉर्मेट में परीक्षा का दिन, समय, पेपर कोड और हल करने के नियम स्पष्ट रूप से उल्लेखित हैं, जिससे अभिभावक और स्टाफ़ को भी जानकारी शीघ्र मिलती है।
सप्लीमेंटरी परीक्षा का शेड्यूल अलग से तैयार किया गया और इसे जून 2024 में प्रकाशित किया गया। उन छात्रों के लिए जिनके अंक अपेक्षित मानक से कम आए हों या जिन्हें कोई विशेष कारण से पहला अवसर मिल न सके, यह पुनः परीक्षा एक द्वितीय अवसर प्रदान करती है। बोर्ड ने यह भी बताया कि सप्लीमेंटरी में केवल उन विषयों के पेपर ही आयोजित किए जाएँगे जिनमें असफलता दर्ज हुई है।
समग्र रूप से, CBSE ने इस वर्ष की डेटाशीट बनाते समय विद्यार्थियों की व्यापक तैयारी, प्रतियोगी परीक्षा कैलेंडर और विभिन्न जलवायु परिस्थितियों को ध्यान में रखा। इस संतुलित योजना ने छात्रों को तनाव‑रहित माहौल में अपनी बोर्ड परीक्षा देने का अवसर प्रदान किया।