जब हम Aadhaar, भारत सरकार द्वारा जारी 12 अंकों का अनन्य पहचान अंक (UID) है, जो बायोमेट्रिक डेटा से जुड़ा है. Also known as Unique Identification Number, it आधारभूत सेवाओं में पहचान का भरोसेमंद माध्यम बनता है की बात करते हैं, तो दो सहायक एंटिटीज़ तुरंत दिमाग में आते हैं। पहला है UIDAI, यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया, जो Aadhaar का संचालन और डेटाबेस रखरखाव करता है. दूसरा है बायोमेट्रिक पहचान, फ़िंगरप्रिंट, आईरिस स्कैन और एडेहेरेंस से जुड़ी तकनीक, जो Aadhaar को सुरक्षित बनाती है. इन तीनों के बीच स्पष्ट संबंध है: Aadhaar को संचालित करना UIDAI की ज़िम्मेदारी है, और इसकी भरोसेमंदता बायोमेट्रिक पहचान पर निर्भर करती है। यही कारण है कि डिजिटल इंडिया की कई पहलें, जैसे बैंकिंग कनेक्शन, किराना सब्सिडी और स्वास्थ्य बीमा, Aadhaar के बिना अधूरी लगती हैं।
डिजिटल इंडिया का एक स्तंभ डिजिटल इंडिया, भारत की पहल जो सरकारी सेवाओं को ऑनलाइन ले जाने और नागरिकों को सशक्त बनाने पर केंद्रित है है, और इस ढाँचे में Aadhaar को नज़रअंदाज़ नहीं किया गया। जब कोई नई योजना लॉन्च होती है, तो अक्सर कहा जाता है “Aadhaar के साथ ही पंजीकरण आसान”。 इसका मतलब है कि योजना के आवेदन में UIDAI का डेटा, बायोमेट्रिक सत्यापन और डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म एक साथ काम करते हैं। इस त्रिक संबंध से वित्तीय समावेशन तेज़ होता है—जितने अधिक लोगों के पास Aadhaar होता है, उतनी ही आसानी से वे बैंक खाते खोल सकते हैं, सब्सिडी का फायदा ले सकते हैं और सरकारी दस्तावेज़ ऑनलाइन प्राप्त कर सकते हैं। साथ ही, बायोमेट्रिक पहचान के कारण धोखाधड़ी की संभावना घटती है, जिससे सरकारी खर्चों की बचत होती है। इसी तरह की खबरें अक्सर हमारे टैग पेज पर आती हैं—जैसे नया बैंक‑भुगतान नियम, सरकारी योजना का अपडेट या राष्ट्रीय स्तर पर बायो‑डेटा सुरक्षा पर चर्चा। उन लेखों में अक्सर UIDAI के नई नीति, बायोमेट्रिक तकनीक में सुधार और डिजिटल इंडिया के नए प्रोजेक्ट की जानकारी मिलती है। इसलिए, इस पेज पर आप पाएँगे कि कैसे Aadhaar का उपयोग रोज़मर्रा की ज़िन्दगी में हो रहा है, कौन‑से नए फ़ीचर जुड़ रहे हैं और कौन‑से नियम बदलाव की दिशा में हैं।
अब नीचे दी गई सूची में आप विभिन्न क्षेत्रों की ताज़ा ख़बरें देखेंगे—खेल, तकनीक, स्वास्थ्य, वित्तीय सेवाएं और सरकारी पहल। प्रत्येक लेख में Aadhaar के असर या संबंधित नीति का ज़िक्र होगा, जिससे आपको यह समझने में मदद मिलेगी कि यह अनन्य पहचान कैसे हमारे देश के हर कोने में काम कर रही है। आगे पढ़ने के लिए तैयार रहें, यहाँ आपके लिए एक व्यापक स्रोत है जो आपके सवालों के जवाब दे सकता है और आपके दैनिक जीवन में उपयोगी जानकारी प्रदान कर सकता है।
प्रवीन कुमार तिवारी ने आधार‑रहित प्रवेश नीति लागू की, जिससे 9 लाख यूपी के बच्चों को सरकारी स्कूलों में बिना दस्तावेज़ की परेशानी के प्रवेश मिलेगा।