IPL 2025 का 37वां मुकाबला पंजाब के मोहाली में खेला गया, जहाँ RCB ने PBKS को 7 विकेट से हरा दिया। इस मैच का माहौल शुरुआत से ही हाई वोल्टेज था, क्योंकि दोनों ही टीमें अंक तालिका में अच्छी जगह बनाने के लिए फाइट में थीं। RCB ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी चुनी, जो आगे चलकर एक स्मार्ट फैसला साबित हुआ।
पहले बल्लेबाजी करते हुए पंजाब किंग्स की शुरुआत सधी हुई दिखी। प्रभसिमरन सिंह और प्रियांश आर्य ने मिलकर टीम को संभाला, लेकिन RCB के गेंदबाजों ने लगातार प्रेशर बनाया रखा। कप्तान श्रेयस अय्यर ने भी क्रीज पर टिककर रन जुटाए, लेकिन 20 ओवर के बाद PBKS 159 रन पर 3 विकेट खोकर रुक गई। RCB के गेंदबाजों की लाइन-लेंथ सटीक रही — नए बॉलर व्यषाक विजयकुमार और अनुभवी ग्लेन मैक्सवेल दोनों ने अहम मौके पर रन फ्लो रोका।
पंजाब की टीम की बल्लेबाजी में हालांकि बड़ा धमाका नहीं हो सका। टीम एक बार भी पूरी तरह खुलकर नहीं खेल पाई, जिसकी वजह से टारगेट थोड़ा छोटा रह गया। खास बात ये रही कि हरप्रीत बरार टीम में जगह नहीं बना पाए, उनकी जगह प्रभसिमरन सिंह उतरे।
मुश्किल माने जा रहे 160 रन के टारगेट का पीछा करने उतरी RCB की शुरुआत बेहद शानदार रही। पावरप्ले के अंदर ही देवदत्त पडिक्कल और विराट कोहली ने गेंदबाजों को दबाव में डाल दिया। पडिक्कल ने तेजी से 54 रन ठोक डाले, जबकि विराट कोहली एक छोर पकड़कर टिके रहे और 73 रन की नाबाद पारी खेली। दोनों की 123 रन की साझेदारी ने पंजाब के होश उड़ा दिए और मैच RCB की झोली में आ गया।
RCB की बैटिंग में इतनी सहजता थी कि पंजाब का कोई भी गेंदबाज विकेट लेने में लगातार सफल नहीं हो सका। हार्दिक सिंह और हर्षल पटेल को कुछ मौकों पर मौके जरूर मिले, लेकिन RCB बल्लेबाजों की सधी रणनीति और कोहली की शांत दृढ़ता ने सब फेल कर दिया। सात गेंद रहते जीत दर्ज करना RCB के नेट रन रेट और आत्मविश्वास दोनों के लिए फायदेमंद रहा।
अब अंक तालिका की बात करें तो RCB के 10 अंक हो गए हैं और टीम टॉप-4 की दौड़ में लौट आई है। वहीं PBKS के लिए ये हार थोड़ी परेशान करने वाली रही, क्योंकि अब चार टीमें दस अंकों के साथ बराबरी पर आ गई हैं और प्लेऑफ की रेस और भी दिलचस्प हो गई है।
मैच के असली हीरो विराट कोहली रहे, जिनकी कप्तानी और बल्लेबाजी का जादू इस सीजन लगातार देखने को मिलता रहा है। पडिक्कल का फार्म में लौटना भी टीम के लिए राहत की बात है। पंजाब के लिए श्रेयस अय्यर और प्रभसिमरन सिंह की बल्लेबाजी तो वाकई चमकी, लेकिन मैच RCB की आधी पारी के बाद ही एकतरफा नजर आने लगा था।