भारतीय महिलाओं का Dदूसरा U19 विश्व कप खिताब
ICC महिला U19 T20 विश्व कप 2025 का फाइनल भव्य तरीके से सम्पन्न हुआ। इस मुकाबले में भारतीय महिलाओं ने दक्षिण अफ्रीका को पराजित किया, जो खुद पूरे टूर्नामेंट में मजबूत टीम के रूप में सामने आई थी। भारतीय टीम के इस जीत से यह साबित हो गया कि उनकी तैयारी कितनी सुदृढ़ और गंभीर थी।
दोनों टीमों का प्रदर्शन
दक्षिण अफ्रीका की टीम का मुकाबला ग्रुप सी में न्यूज़ीलैंड, समोआ, और नाईजीरिया से हुआ था। केला रेयनेके के नेतृत्व में उन्होंने श्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए प्रत्येक मैच में जीत दर्ज की। सुपर सिक्स में भी दक्षिण अफ्रीका ने आयरलैंड पर जीत हासिल की, जबकि अमेरिका के खिलाफ मैच बारिश के कारण रद्द होने पर दोनों को अंक साझा करने पड़े। इसके बाद सेमीफाइनल में उन्होंने ऑस्ट्रेलिया पर पांच विकेट से जीत दर्ज की, जो उनकी उत्कृष्टता का प्रमाण था।
वहीं भारत ने अपने ग्रुप स्टेज में वेस्ट इंडीज, मलेशिया, और श्रीलंका पर जीत दर्ज की। सुपर सिक्स में भारत की टीम बांग्लादेश और स्कॉटलैंड के खिलाफ काफी सशक्त रही। सेमीफाइनल में भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ प्रभावशाली प्रदर्शन करते हुए फाइनल में प्रवेश किया। यह जीत उनकी लगातार छठी जीत रही।
फाइनल मुकाबले की जानकारी
फाइनल मुकाबला क्वालालंपुर में स्थित बायुएमास ओवल में आयोजित किया गया था, जहां 2:30 PM स्थानीय समय पर मैच की शुरुआत हुई। दक्षिण अफ्रीका ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला लिया। हालांकि, उनकी पारी भारतीय गेंदबाजों के आक्रमण के आगे लिख्ठित से कमजोर पड़ गई। दक्षिण अफ्रीका की टीम निरंतर अंतराल पर विकेट खोती रही, और केवल माईक वैन वुरस्ट, जैममा बोथा, और फे काउलिंग ने ही कुछ योगदान दिया।
भारत के गेंदबाजों का शानदार प्रदर्शन देखा गया जिसमें गोंगड़ी तृशा ने 3/15, परुणिका सिसोदिया 2/6, आयुषी शुक्ला 2/9, वैष्णवी शर्मा 2/23 और शबम शकील 1/7 के आंकड़े दर्ज किए। इनके संयुक्त प्रयास से भारतीय टीम दक्षिण अफ्रीका को न्यूनतम स्कोर पर रोकने में सफल रही।
भारत की बल्लेबाजो की रणनीति
भारत को जीत के लिए एक छोटा लक्ष्य दिया गया था, जिसे उन्होंने 11.2 ओवरों में पूरा कर लिया। हालांकि, भारत ने ग० कमलीनी को जल्दी ही खो दिया था, लेकिन इसके बाद गोंगड़ी तृशा और सनिका चालके की जोड़ी ने मिलकर 48 रनों की नटआउट साझेदारी की। तृशा ने समान मुद्रा में खेलकर इतिहास रचते हुए 44 रन बनाए, जो उनकी बातों में कही जा रही है 100 रन की प्रेरणा साबित हुई।
टूर्नामेंट में तृशा का योगदान
गोंगड़ी तृशा को टूर्नामेंट के खिलाड़ी का पुरस्कार मिला, उनका प्रदर्शन पूरे प्रतियोगिता में उत्कृष्ट था। इस जीत के साथ, भारतीय महिला टीम ने दूसरी बार लगातार U19 विश्व कप का खिताब जीतकर अपनी काबिलियत को साबित किया है। यह दिखाता है कि भारतीय महिला क्रिकेट ने हाल के वर्षों में कितनी तेजी से प्रगति की है और विशेष करके इस पीढ़ी के युवा खिलाड़ियों में कितना उत्साह और जोश है।
Anupam Sood
ये वाला जीत तो बस एक और बड़ा नंबर है... पर क्या असली बात ये है कि हमारी युवा लड़कियां अब सिर्फ खेल नहीं, बल्कि एक फील्ड में भी अपनी आवाज़ उठा रही हैं? 🤯
Shriya Prasad
गोंगड़ी तृशा ने तो बस दिल जीत लिया 😭❤️
Balaji T
इस जीत को राष्ट्रीय उपलब्धि कहना अतिशयोक्ति है। एक युवा प्रतियोगिता के फाइनल को इतना बड़ा बनाना विचारहीनता है। विश्व कप का असली मतलब क्या है, यह समझने की आवश्यकता है।
Nishu Sharma
देखो यार इस टीम का गेंदबाजी अवसर तो बहुत अच्छा रहा लेकिन असली बात ये है कि उन्होंने जिस तरह से दबाव में बल्लेबाजी की वो तो बस दिल को छू गई अब तक के टूर्नामेंट में किसी ने ऐसा नहीं किया था जहां एक बल्लेबाज ने फाइनल में इतनी शांति से 44 रन बनाए हों और बाकी के खिलाड़ियों को भी आत्मविश्वास दिया हो ये तो लीडरशिप का असली रूप है जो बस बोलकर नहीं बल्कि खेलकर दिखाया गया है
Shraddha Tomar
ये जीत बस एक ट्रॉफी नहीं बल्कि एक नया नोट है जो हमारी नई पीढ़ी के लिए लिखा गया है जहां लड़कियां खेल रही हैं और दुनिया को दिखा रही हैं कि लड़कियों के पास भी वो जोश है जो पुरुषों के पास है बस हमें इसे अपना लेना है और इसे बढ़ाना है 🙌✨
Priya Kanodia
क्या आपने कभी सोचा है कि ये सब फैक्टरी बनाई गई है? ये सब टीवी चैनल्स का ऑडियंस बढ़ाने का राज़ है... और अगर आप इसे देखते हैं तो बारिश वाला मैच और भी शक्की है... क्योंकि अमेरिका के खिलाफ मैच बारिश में रद्द हुआ था... ये सब बनाया गया है... बस आप देख रहे हैं... और आप विश्वास कर रहे हैं... 😔
Darshan kumawat
तृशा ने जो किया वो बस बल्ले से नहीं दिल से किया। ये जीत असली जीत है।
Manjit Kaur
कोई नया नहीं है। इससे पहले भी ऐसा हुआ है। बस अब मीडिया ज्यादा चिल्ला रहा है।
yashwanth raju
तृशा का 44 रन... वाह बहुत अच्छा... लेकिन जब तक टीम के बाकी खिलाड़ी 15 रन बना नहीं पाते तो ये बस एक बात बनी रहेगी। और हां, गेंदबाजी तो बहुत अच्छी थी... लेकिन जब तक ये बात नहीं बनती कि हम इसे रोज़ देखेंगे तो ये सब बस एक चित्र है।