सिख धर्म एक सातवीं शताब्दी में पंजाब के गुरू नानक देव जी ने स्थापित किया था. यह एक मोनोटेइस्टिक (एकेश्वरवादी) धर्म है, जहाँ सबको बराबर समझा जाता है और सेवा को प्रमुखता दी जाती है. अगर आप कभी सिखों की गलीचे या गुरुद्वारा देखेंगे तो वहाँ का शांत माहौल, लंगर (भोजन) और कड़ा (हेयर स्टाइल) आपको इस विश्वास की झलक देगा.
सिख धर्म में पाँच प्रमुख सिद्धान्त हैं: एक ईश्वर में विश्वास, गुरु ग्रन्थ साहिब को अंतिम आध्यात्मिक गाइड मानना, समानता, निस्वार्थ सेवा (सेवा) और निरंतर याद रखना (नाम जप). इनको ‘पंच ककड़ा’ कहा जाता है. हर सिख इस बात का पालन करने की कोशिश करता है कि वह अपने अंदर अहंकार को कम करे और सबके साथ बराबरी से पेश आए.
गुरु ग्रन्थ साहिब, जो कि मुख्य पवित्र किताब है, में विभिन्न रचनाएँ हैं – भजन, श्लोक, दोहे. इन्हें पढ़ना, सुनना और समझना सिखों के जीवन का हिस्सा है. गुरुद्वारों में रोज़ की ‘कीर्तन’ (भक्ति गीत) और ‘सहबाद’ (समूह प्रार्थना) बहुत लोकप्रिय हैं.
आज के दौर में सिख धर्म सिर्फ पंजाब तक सीमित नहीं रहा. दुनिया भर में 25 मिलियन से अधिक लोग सिख पहचान रखते हैं – खासकर कनाडा, यूके और अमेरिका में. वे अपने व्यवसाय, खेल (जैसे हॉकी) और सामाजिक कार्यों में सक्रिय रहते हैं.
सिख समाचार साइटें जैसे शिन्दे आमवाले पर अक्सर खालसा पंथ से जुड़ी घटनाएँ, गुरुद्वारा उद्घाटन, लंगर कैंप और सामुदायिक विकास की ख़बरें आती रहती हैं. इन खबरों को पढ़ने से आप जान सकते हैं कि कैसे युवा सिख अपने इतिहास को नई तकनीक के साथ जोड़ रहे हैं – जैसे ऑनलाइन क़िरात (धार्मिक पाठ) या डिजिटल गुरु ग्रन्थ साहिब ऐप.
सिख त्यौहार, विशेष रूप से गुरुपर्ब और बैशाखी, बड़े धूमधाम से मनाए जाते हैं. इन दिनों में गले मिलना, मिठाई बाँटना और सामुदायिक लंगर का आयोजन किया जाता है. यदि आप किसी सिख मित्र को खुश करना चाहते हैं तो इन्हीं अवसरों पर एक छोटी सी मिठाई या कपड़े की शॉल दे सकते हैं.
समाज में समानता के लिए सिख अक्सर सामाजिक आंदोलन में भाग लेते हैं – जैसे जलवायु परिवर्तन, शिक्षा तक पहुँच और महिला अधिकार. उनका सिद्धान्त ‘सेवा’ इन क्षेत्रों में भी दिखता है। आप भी स्थानीय सिख संगठनों के साथ मिलकर सामुदायिक कार्यों में योगदान दे सकते हैं.
सिख धर्म की जड़ें गहरी हैं और उसकी सीख आज के तेज़ रफ़्तार जीवन में स्थिरता प्रदान करती हैं. अगर आप अधिक जानकारी या ताज़ा अपडेट चाहते हैं, तो हमारे टैग पेज ‘सिख धर्म’ पर आएँ, जहाँ हर दिन नई ख़बरें, लेख और वीडियो मिलेंगे.
गुरु नानक जयंती 15 नवंबर 2024 को मनाई जाएगी और यह सिख धर्म के संस्थापक, गुरु नानक देव जी के जन्मदिन का उत्सव है। इस पवित्र दिन को दुनिया भर में विभिन्न धार्मिक रस्मों और सेवाओं के माध्यम से मनाया जाता है। इस मौके पर लोग उत्सव मनाने के लिए शुभकामनाएँ, संदेश, और उद्धरण साझा करते हैं।