अगर आप मेडिकल या डेंटल कोर्स में प्रवेश चाहते हैं तो NEET-UG आपका सबसे बड़ा कदम है। हर साल लाखों छात्र इस एक ही एग्जाम से अपना भविष्य तय करते हैं। इसलिए तैयारी में समझदारी और सही जानकारी जरूरी है। इस लेख में हम बताएँगे कि परीक्षा कब होती है, उसका ढांचा क्या है और आपके लिए कौन‑से टिप्स काम आएँगे।
NEET‑UG दो घंटे में 180 प्रश्नों का कंप्यूटर‑आधारित टेस्ट है। भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान (जन्य & जीवविज्ञान) से 45‑45‑90 प्रश्न पूछे जाते हैं। हर सही जवाब पर 4 अंक और हर गलत जवाब पर -1 अंक घटता है, इसलिए गेसिंग से बचें। प्रवेश के लिए न्यूनतम काट‑ऑफ़ मार्क्स अलग‑अलग साल में बदलते हैं, इसलिए अपना लक्षित स्कोर पहले से तय कर लें।
सिलाबस में NCERT की पुस्तकें सबसे अहम हैं। खासकर जीव विज्ञान में NCERT 11‑12 की किताबें हर सवाल का आधार बनती हैं। फिजिक्स और कैमिस्ट्री में NCERC के अलावा रीडिंग मटेरियल जैसे "हेडवन" या "ओक्सफोर्ड" की मदद से कॉन्सेप्ट क्लैरिटी बढ़ाते रहें।
NEET‑UG 2025 का डेटाबेस NTA ने अभी घोषित किया है – मार्च के पहले सत्र में। ऑनलाइन एप्लिकेशन फॉर्म का डेडलाइन भी वही है, इसलिए देर न करें। अगर आपने पहले रजिस्ट्रेशन कर लिया है तो अपने एडेमिट कार्ड को एग्जाम से दो दिन पहले डाउनलोड कर रखें।
तैयारी में टाइम मैनेजमेंट सबसे बड़ी चुनौती है। मैं खुद एक बार 6‑महीने की टाइम‑टेबल बनाकर लिखता हूँ: पहला महीना बेसिक कॉन्सेप्ट पर, दूसरा और तीसरा महीने प्रैक्टिस सेट पर, और अंतिम दो महीने मॉक टेस्ट और रीविज़न पर।
मॉक टेस्ट को हर हफ्ते एक बार हल करें और फिर समय‑ट्रैक करके अपने कमजोरी वाले टॉपिक पर फोकस करें। एग्जाम के दिन केवल दो घंटे में 180 प्रश्नों को हल करना है, इसलिए हर सेकंड की क़ीमत समझें। अगर कोई टॉपिक लगातार गलत हो रहा है तो उसी पर एक दिन में दो घंटे लगाकर फिर से पढ़ें।
सूत्र और फॉर्मूले को छोटी नोटबुक में लिखें, ताकि रिवीजन में मिनट लगें। बॉक्स्ड नोट्स बनाकर न केवल याददाश्त बढ़ती है, बल्कि तेज़ी से रिवीजन भी हो जाता है।
साथ ही, हेल्थ को नजरअंदाज़ ना करें। अच्छी नींद, हल्का व्यायाम और ताज़ा पानी पीना आपका दिमाग तेज़ रखता है। अक्सर छात्रों को लैक्टेट एसीडिटी या थकावट के कारण प्रॉब्लम आती है, इसलिए छोटे‑छोटे ब्रेक लेना फायदेमंद रहता है।
अंत में, अगर आप पहले से कोई कोचिंग ले रहे हैं, तो उनके फ़ीEDBACK को गंभीरता से सुनें और अपने ऊपर लागू करें। ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म जैसे "क्लास 7‑12" या "टॉपप्रैक्सिस" भी मुफ्त मॉक टेस्ट और एनालिसिस दे रहे हैं – उनका उपयोग करें।
NEET‑UG सिर्फ एक परीक्षा नहीं, बल्कि आपका मेडिकल करिएर बनाने की चाबी है। सही प्लान, नियमित अभ्यास और स्वस्थ लाइफ़स्टाइल से आप इस चाबी को आसानी से घुमा सकते हैं। शुभकामनाएँ!
राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (NTA) द्वारा सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद NEET-UG परीक्षा के केंद्रवार परिणाम जारी किए गए हैं। आश्चर्यजनक रूप से, राजस्थान के सीकर से अधिकतम टॉप स्कोरर सामने आए हैं। आंकड़ों के अनुसार, 700 से अधिक अंक प्राप्त करने वाले कुल छात्रों में से 149 केवल सीकर से हैं।