राजस्थान के सीकर में NEET-UG में बेमिसाल प्रदर्शन
राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (NTA) द्वारा सुप्रीम कोर्ट के आदेश से जारी किए गए NEET-UG परीक्षा के परिणामों ने पूरे देश को हैरान कर दिया है। आंकड़ों के मुताबिक, इस बार के परिणामों में राजस्थान के सीकर ने सबसे ज्यादा टॉप स्कोरर दिए हैं। जिन कुल छात्रों ने 700 से अधिक अंक पाए, उनमें से 149 छात्र अकेले सीकर से हैं।
सीकर: टॉप स्कोररों का नया हब
सुर्खियों में रहने वाली यह खबर सीकर के विद्यार्थियों, अभिभावकों और शिक्षकों के लिए गर्व का पल है। यह शहर अब NEET-UG की पढ़ाई के लिए एक प्रमुख केंद्र बन गया है। आंकड़े बताते हैं कि 2037 छात्रों ने 650 से अधिक अंक प्राप्त किए, जबकि 4297 छात्रों ने 600 से अधिक अंक हासिल किए हैं।
यही नहीं, 550 अंकों से अधिक स्कोर करने वाले छात्रों की संख्या 6038 है। यह साफ दिखाता है कि सीकर में शिक्षा का स्तर कितना उन्नत हो चुका है। विद्यार्थियों की मेहनत, शिक्षकों का परिश्रम और अभिभावकों की उपस्थिति इस कामयाबी के मुख्य स्तंभ हैं।
विद्यालयों की भूमिका
सीकर के विद्यालयों का इस सफलता में बड़ा योगदान रहा है। विद्या भारती स्कूल का NEET-UG के परिणामों में मुख्य भूमिका है। इस केंद्र पर 8 छात्रों ने 700 से अधिक अंक पाए हैं, जो एक बड़ी उपलब्धि है। विद्यालय की फैकल्टी ने छात्रों को निरंतर प्रेरित किया और उन्हें सही मार्गदर्शन दिया। बच्चों के लिए नियमित रूप से मॉक टेस्ट आयोजित किए गए और उन्हें परीक्षा की रणनीति बताई गई।
छात्रों और अभिभावकों की प्रसन्नता
यह परिणाम न केवल छात्रों, बल्कि उनके अभिभावकों और शिक्षकों के लिए भी गर्व का विषय है। छात्रों की कड़ी मेहनत का फल मिलने से अभिभावकों में भी समान उत्साह दिखाई दे रहा है। प्रत्येक छात्र के परिणाम के पीछे अभिभावकों के समर्थन और प्रेरणा का बड़ा हाथ है।
| अंक | छात्रों की संख्या |
|---|---|
| 700 से अधिक | 149 |
| 650 से अधिक | 2037 |
| 600 से अधिक | 4297 |
| 550 से अधिक | 6038 |
NTA की आधिकारिक वेबसाइट पर परिणाम उपलब्ध
रिज़ल्ट जारी होने के बाद अब सभी विद्यार्थी NTA की आधिकारिक वेबसाइट पर अपने परिणाम देख सकते हैं। यह छात्रों को अपने भविष्य की योजनाओं को और भी मजबूती से तय करने में मदद करेगा।
विश्वविद्यालयों और प्रशिक्षकों का यह अतुल्य प्रयास है कि उन्होंने छात्रों को इतने बेहतरीन नतीजे दिलाए। यह उपलब्धि सीकर के लिए एक बड़ा प्रोत्साहन है और उम्मीद है कि आने वाले समय में भी इस शहर के छात्र शिक्षा के क्षेत्र में अपना परचम लहराएंगे। इस रुझान को देखते हुए, सीकर का नाम NEET-UG की तैयारी के लिए प्रमुख केंद्रों में शुमार हो गया है।
Shriya Prasad
सीकर ने तो बस धमाल मचा दिया 😍
Shailendra Soni
ये सब कैसे हो गया? क्या सिर्फ मेहनत से हो गया या कुछ और भी है? मैं तो सोच रहा था कि ये सिर्फ दिल्ली या मुंबई जैसे शहरों में ही संभव है।
Sujit Ghosh
अरे भाई ये तो भारत की असली ताकत है! अब देखो कौन कहता है कि छोटे शहरों में कुछ नहीं होता! 🇮🇳🔥
sandhya jain
इस सफलता के पीछे बस एक छात्र या एक शिक्षक नहीं है, बल्कि एक पूरा समाज है जिसने शिक्षा को अपनी जिंदगी का हिस्सा बना लिया है। जब एक शहर के हर घर में बच्चे के लिए एक नोटबुक और एक आशा होती है, तो ये परिणाम अनिवार्य हो जाते हैं। ये कोई आंकड़ा नहीं, ये एक जीवन शैली है।
Anupam Sood
अरे यार ये सब तो बस ट्रेनिंग सेंटर्स का जाल है... असली तो बस 5% बच्चे ही जीत रहे हैं और बाकी सब बर्बाद 😔
Balaji T
यह उपलब्धि वास्तविक रूप से अत्यंत उल्लेखनीय है, लेकिन क्या हम इसे एक सामान्य मानक के रूप में ले सकते हैं? यह एक असामान्य घटना है, जिसे व्यापक रूप से अनुप्रयोग नहीं किया जा सकता।
Nishu Sharma
सीकर में जो भी बच्चे हैं उनके घरों में रात को बिजली बंद होती है फिर भी वो टॉर्च से पढ़ रहे हैं और टॉप कर रहे हैं... जब आप बताते हैं कि आपके घर में एसी है और आपका बेटा 500 मार रहा है तो उसका अर्थ क्या है? ये जिंदगी की असली लड़ाई है।
Priya Kanodia
क्या ये सब नियंत्रित है? क्या NTA के साथ कोई साजिश है? क्यों बिल्कुल सीकर में ही इतने ज्यादा स्कोरर? क्या ये अंक ठीक से वेरिफाई हुए हैं? क्या कोई डेटा ट्रैक कर रहा है? 🤔
Darshan kumawat
बस एक शहर के लिए इतना जोर? अब बाकी देश क्या? इसका मतलब है कि बाकी जगहों पर बच्चे बेकार हैं?
Manjit Kaur
ये तो बस बच्चों को दबाकर बनाया गया है। बच्चे थक गए होंगे। इससे ज्यादा मेहनत करने की जरूरत नहीं।
yashwanth raju
अरे भाई, ये तो बस एक बार का जादू है। अगले साल ये सब भूल जाओगे। और जब तक देश में एक ही रास्ता है तब तक ये नाटक चलता रहेगा 😏
Aman Upadhyayy
ये सब तो बस एक दिखावा है... जब तक हमारे शिक्षा व्यवस्था में गहरी समस्याएं नहीं ठीक होतीं, तब तक ये सब बस एक अस्थायी चमक है... और ये चमक बहुत जल्दी बुझ जाएगी... जब बच्चे बड़े हो जाएंगे तो देखोगे कि उनके मन में क्या बचा है... और उनके आत्मविश्वास में कितना दरार है... ये तो बस एक शो है... बस एक शो... 😔
ASHWINI KUMAR
इतने ज्यादा टॉपर्स? अगर ये सच है तो ये एक अजीब बात है। ऐसा कभी नहीं होता। शायद ये डेटा फेक है। ये सब तो बस एक रिपोर्ट है जिसे बनाया गया है।
vaibhav kapoor
ये भारत की असली जीत है। अब दुनिया देखे कि हम क्या कर सकते हैं। ये सीकर नहीं, ये भारत है।
Manish Barua
मैं भी सीकर से हूँ... बस एक छोटी सी बात... हमारे घर में बिजली आधी रात तक नहीं आती... फिर भी मेरे भाई ने 700+ किया... बस एक टॉर्च और एक दिल था... और वो दिल आज भी धड़क रहा है... 🤍