कोयला आपूर्ति क्या है? क्यों देखना ज़रूरी है?

जब बिजली बिल बढ़ते दिखें या फैक्ट्री में मशीनों को धुँआ लगने लगे, तो अक्सर कारण कोयले की कमी होता है। कोयला भारत के अधिकांश पावर प्लांट्स का मुख्य ईंधन है, इसलिए इसकी सप्लाई में बदलाव सीधे हमारे रोज़मर्रा के जीवन पर असर डालता है। इस टैग पेज पर हम आपको ताज़ा खबरें, कीमतों के उतार‑चढ़ाव और सरकारी फैसलों की आसान भाषा में जानकारी देंगे।

कोयला बाजार का हालिया रुझान

पिछले तीन महीने में कोयला की राष्ट्रीय औसत कीमत लगभग 5 % बढ़ी है। कारण? अंतरराष्ट्रीय कोयला निर्यात में वृद्धि, भारत के अंदर कई बड़े खानों में उत्पादन‑कटौती और ट्रांसपोर्ट लागत में उछाल। खासकर उत्तर प्रदेश, झारखंड और छत्तीसगढ़ के खनिज क्षेत्र से सप्लाई धीमी हो रही है, जिससे दक्षिणी राज्य जो भारी तौर पर कोयले पर निर्भर हैं, उन्हें अतिरिक्त खर्च उठाना पड़ रहा है।

दूसरी ओर, सरकार ने इस साल दो नई नीतियां लागू कीं: एक तो कोयला आयात पर सीमा बढ़ाने की, ताकि आपूर्ति में कमी को पूर किया जा सके; और दूसरी, घरेलू छोटे उपयोगकर्ताओं के लिए कर छूट का प्रस्ताव। ये कदम कीमतों को स्थिर रखने की कोशिश करेंगे, लेकिन अभी तक असर दिखना बाकी है।

उद्योग और आम जनता पर क्या असर?

फैक्ट्री मालिक अक्सर बताते हैं कि कोयला की बढ़ती लागत से उत्पादन खर्च में 3‑4 % का इज़ाफ़ा हुआ है। इससे वस्तुओं के दाम भी ऊपर जा रहे हैं। घरों में, बिजली कंपनियां इस बढ़त को उपभोक्ता बिल में जोड़ रही हैं। अगर आप अपने बिल को कम रखना चाहते हैं तो ऊर्जा बचाने वाले एसी, LED लाइट और सोलर पैनल जैसे विकल्प अपनाएँ।

हमारी साइट पर हर रोज़ नई अपडेट मिलती है—जैसे कि अगले हफ्ते कोयला की कीमत कहाँ से गिर सकती है या कौन सी कंपनी बड़ी मात्रा में आयात कर रही है। इस जानकारी के आधार पर आप व्यापारिक निर्णय ले सकते हैं या अपने घर का बजट बेहतर बना सकते हैं।

कोयला आपूर्ति से जुड़ी ख़बरें अक्सर तकनीकी लगती हैं, लेकिन समझना आसान है: जब कोयले की कीमत घटेगी तो बिजली सस्ती होगी, और जब बढ़ेगी तो खर्च भी बढ़ेगा। इसलिए हमारी वेबसाइट पर नियमित रूप से विज़िट करना फायदेमंद रहेगा। हम हर खबर को सरल शब्दों में पेश करते हैं, ताकि आप बिना किसी जटिलता के समझ सकें कि आपके शहर या राज्य में क्या हो रहा है।

अगर आपको कोई खास सवाल है—जैसे "मेरे क्षेत्र में सबसे सस्ता कोयला कहाँ मिल सकता है" या "आगामी महीनों में कीमतों का अनुमान"—तो कमेंट बॉक्स में लिखें, हमारी टीम जल्दी जवाब देगी। याद रखिए, सही जानकारी से ही आप अपने खर्च को नियंत्रण में रख सकते हैं।

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अडानी समूह ने निम्न-गुणवत्ता वाले कोयले की आपूर्ति का आरोप खारिज किया, शेयरों में दिखाई दी मजबूती

अडानी समूह ने फ़ाइनेंशियल टाइम्स और OCCRP की उस रिपोर्ट का खंडन किया है जिसमें उन पर TANGEDCO को निम्न-गुणवत्ता वाले कोयले की आपूर्ति का आरोप लगाया गया था। कंपनी ने इस रिपोर्ट को 'झूठा और बेबुनियाद' बताया है। बावजूद इसके, अडानी समूह के शेयर बुधवार को मजबूती के साथ बंद हुए।

Maanasa Manikandan, मई, 23 2024