रेआल मैड्रिड ने एक बार फिर साबित किया है कि क्यों उन्हें विश्व के सबसे प्रभावशाली और श्रेष्ठ फुटबॉल क्लबों में गिना जाता है। यूईएफए चैंपियंस लीग के एक महत्त्वपूर्ण मुकाबले में स्टटगार्ट के खिलाफ 3-1 की शानदार जीत हासिल कर उन्होंने दर्शकों का मन मोह लिया।
मैच की शुरुआत ही से, रेआल मैड्रिड का खेलने का अंदाज दिखाता था कि वे मैदान में अपनी श्रेष्ठता साबित करने के लिए आए हैं। पहले हाफ में ही उन्होंने अपनी खेल के स्तर को ऊँचा करते हुए दो गोल कर बढ़त बना ली।
मैच के 22वें मिनट में ब्राजीलियन विंगर रॉड्रिगो ने अप्रतिम कौशल का प्रदर्शन करते हुए रेआल मैड्रिड के लिए पहला गोल किया। यह गोल सिर्फ शुरुआती संकेत था कि रेआल मैड्रिड इस मैच से कितनी गंभीरता के साथ जुड़ी हुई है। रॉड्रिगो के इस गोल के बाद, उनकी टीम ने मानो स्कोरबोर्ड पर तेजी से स्कोर जोड़ने के लिए कमर कस ली।
रॉड्रिगो के गोल के बाद, टीम ने और भी आक्रमकता दिखाई और लगभग 12 मिनट बाद फेडेरिको वाल्वेर्दे ने एक और गोल दागा, जिससे रेआल मैड्रिड की बढ़त को 2-0 कर दिया। वाल्वेर्दे का यह गोल दर्शाता है कि टीम में हर खिलाड़ी की महत्वपूर्ण भूमिका होती है और वे किसी भी क्षण मैच का रुख बदल सकते हैं।
स्टटगार्ट के खिलाड़ियों ने मैच को रोचक बनाने की पूरी कोशिश की, और दूसरे हाफ में वे कुछ हद तक सफल भी हुए।
दूसरे हाफ के 57वें मिनट में, स्टटगार्ट के सिलास काटोंपा मवुम्पा ने एक पेनल्टी किक के माध्यम से अपने टीम के लिए एक गोल किया, जिसने मैच को 2-1 कर दिया। यह गोल स्टटगार्ट के आत्मबल को बढ़ाते हुए दर्शाता है कि वे हार मानने वाले नहीं थे।
जैसे-जैसे समय बीत रहा था, दोनों टीमों के खिलाड़ी अपनी-अपनी रणनीतियों को मैदान पर उतार रहे थे। रेआल मैड्रिड की टीम ने अंततः विनीसियस जूनियर के आखिरी क्षणों के गोल से अपनी जीत को सुनिश्चित कर लिया। 86वें मिनट में, विनीसियस के इस गोल ने न सिर्फ मुकाबले को रेआल मैड्रिड के पक्ष में मोड़ दिया, बल्कि उन्होंने अपनी टीम की शानदार प्रदर्शन का समापन भी किया।
रेआल मैड्रिड के गोली थिबाउट कर्टुआ ने मैच के दौरान कुछ महत्वपूर्ण और अद्भुत बचाव किए, जिससे टीम की बढ़त बरकरार रही। उनकी सुरक्षा ने स्टटगार्ट को अधिक स्कोर करने का अवसर नहीं दिया। मध्य मैदान में एडुआर्डो कैमाविंगा ने भी अपनी प्रभावी प्रदर्शन से खेल को नियंत्रित किया और टीम को आक्रामक खेल खेलने में मदद की।
रेआल मैड्रिड के कोच कार्लो अंचेलोट्टी ने अपनी रणनीतियों से मैच के परिणाम को महत्वपूर्ण ढंग से प्रभावित किया। उन्होंने टीम को संतुलित खेल और सही समय पर आक्रमण की योजना बनाई, जिससे विरोधी टीम को संभलने का मौका ही नहीं मिला। उनके कोचिंग का यह अंदाज दर्शाता है कि रेआल मैड्रिड क्यों एक विश्वस्तरीय टीम मानी जाती है।
अंततः, यह जीत रेआल मैड्रिड के सामूहिक टीम प्रयास और व्यक्तिगत प्रतिभाओं की एक चमकदार मिसाल है। यह मुकाबला इस बात का स्पष्ट प्रमाण है कि जब टीम के सभी खिलाड़ी अपने-अपने क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हैं, तो जीत सुनिश्चित होती है।
रेआल मैड्रिड की यह जीत न सिर्फ उनके फैंस के लिए गर्व की बात है, बल्कि टीम को आगे भी उत्साह के साथ खेलने की प्रेरणा देती है। चैंपियंस लीग के इस चरण में उनकी इस महत्वपूर्ण जीत के बाद, आने वाले मैचों में उनकी जीत की उम्मीदें और भी बढ़ गई हैं।
Nandini Rawal
रॉड्रिगो ने तो बस दिखा दिया कि टैलेंट क्या होता है। बस एक झटके में सब कुछ बदल गया।
Himanshu Tyagi
वाल्वेर्दे का गोल बहुत स्मार्ट था। मध्यम रेखा से शुरू होकर अंत तक टीमवर्क का बेहतरीन उदाहरण। इस तरह के गोल ही असली फुटबॉल हैं।
Shailendra Soni
मैं तो सिर्फ विनीसियस के गोल के बाद ही बैठ गया... वो लम्बा सा दौड़, फिर वो एक्स्ट्रा टाइम का बायस... दिल दहल गया।
Sujit Ghosh
अरे भाई ये तो बस इतना ही हुआ कि रेआल ने जीत ली... क्या बात है? भारत के टीम को भी ऐसा ही खेलना चाहिए था। ये लोग तो दुनिया के सामने गाना गा रहे हैं।
sandhya jain
इस मैच के बाद मैंने सोचा कि असली जीत क्या होती है। ये बस गोल नहीं थे... ये तो एक फिलॉसफी थी। हर खिलाड़ी ने अपने रोल को समझा, हर पास ने कहा कि टीम एक है। अंचेलोट्टी ने बस एक गाना लिखा और सबने उसकी धुन पर नाचना शुरू कर दिया। ये फुटबॉल नहीं, ये तो आत्मा का संगीत है।
Anupam Sood
विनीसियस का गोल देख कर मैंने चाय का गिलास उड़ा दिया 😭🔥 अरे भाई ये तो बस फुटबॉल नहीं ये तो फिल्म का सीन है भाई!
Shriya Prasad
कर्टुआ का डिफेंस देख कर लगा जैसे दीवार बन गया हो।
Balaji T
यह खेल अत्यधिक व्यवस्थित और शिक्षित अभ्यास का परिणाम है, जिसकी तुलना अन्य टीमों के अनियमित और भावनात्मक खेल के साथ नहीं की जा सकती।
Nishu Sharma
मैंने देखा कि कैमाविंगा ने बस एक बार बॉल को टच किया और फिर वो जैसे बादल की तरह उड़ गया और रॉड्रिगो ने गोल कर दिया ये तो बस एक जादू है क्या ये जादू बस रेआल में ही होता है
Shraddha Tomar
ये टीम तो एक बॉडी मिंड सिस्टम है जैसे हर प्लेयर एक न्यूरॉन हो और बॉल एक सिग्नल हो जो बिना देरी के ट्रांसमिट हो जाता है। अंचेलोट्टी ने बस एक न्यूरल नेटवर्क बना दिया।
Priya Kanodia
क्या आपने देखा कि पेनल्टी के बाद स्टटगार्ट के कोच ने अचानक अपनी चश्मा निकाला? क्या ये कोई सिग्नल था? क्या ये बॉल को चेंज करने की कोशिश थी? मैंने एक वीडियो देखा जिसमें वो एक बार बाएं आंख झपकाता है... ये तो कोई अंतरराष्ट्रीय साजिश है!
Darshan kumawat
रॉड्रिगो ने तो बस एक टच में सब कुछ बदल दिया। दूसरे टीम के खिलाड़ी तो खड़े रह गए जैसे लाइट बंद हो गई हो।
Manjit Kaur
इतना गोल क्यों किया? जीत गए तो बस रुक जाते। अब तो बाहर निकल जाओ।
yashwanth raju
अच्छा तो अब ये सब टीम का नियम है कि दूसरे हाफ में एक गोल दे दो और फिर दूसरे हाफ के अंत में एक और? ये तो बस एक फॉर्मूला है।
Aman Upadhyayy
देखो तो बस ये हुआ कि एक टीम ने जीत ली... लेकिन दूसरी टीम ने बस एक गोल किया तो भी वो टीम के खिलाड़ियों की लगन दिख गई। जीत या हार नहीं, बल्कि खेल का भाव ही सच्चा है।
ASHWINI KUMAR
इतना खेल क्यों खेला? बस एक गोल और जीत जाते। बाकी सब बस नाटक है।
vaibhav kapoor
ये रेआल के खिलाड़ी हैं जो भारत के खिलाड़ियों के सामने भी ऐसा ही खेलेंगे तो दुनिया के सामने भारत की शान होगी।
Manish Barua
मैंने इस मैच को देख कर सोचा कि फुटबॉल बस खेल नहीं है... ये तो एक सांस्कृतिक आयोजन है। जब विनीसियस ने गोल किया तो मैंने अपने दादा को याद किया जो बचपन में गाँव के मैदान में बेतहाशा दौड़ते थे।
Abhishek saw
यह विजय टीम के अत्यधिक अनुशासन, रणनीतिक बुद्धिमत्ता और व्यक्तिगत उत्कृष्टता का परिणाम है। इस तरह की उपलब्धि को सम्मान के साथ स्वीकार किया जाना चाहिए।