पेरिस 2024 ओलंपिक में 9 अगस्त का दिन भारतीय एथलीटों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होने वाला है। इस दिन भारतीय खिलाड़ियों की पूरी ताकत और केंद्रित ऊर्जा देखने को मिलेगी। सभी की नजरें नीरज चोपड़ा पर टिकी होंगी, जिन्होंने टोक्यो 2020 ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीता था। इस बार भी वे जैवलिन थ्रो में अपना जलवा बिखेरने की उम्मीद करते हैं।
जैवलिन थ्रो में नीरज के साथ-साथ किशोर जेना भी प्रतिस्पर्धा करेंगे, जिन्होंने हाल ही में हांगझू एशियन गेम्स 2023 में रजत पदक जीता था। इसी के साथ अन्नू रानी, जिन्होंने हांगझू में स्वर्ण पदक जीता था, महिला जैवलिन थ्रो में अपनी किस्मत आजमाएंगी।
3000 मीटर स्टीपलचेज़ इवेंट में अनुभवी खिलाड़ी अविनाश साबले भारतीय उम्मीदों का प्रतिनिधित्व करेंगे। वहीं, शॉट पुट में तजिंदरपाल सिंह तूर अपनी ताकत दिखाएंगे। पीरीयंका गोस्वामी, जिन्होंने महिलाओं की 20 किमी रेस वॉक में अपनी खास पहचान बनाई है, मिश्रित मैराथन रेस वॉक में भी हिस्सा लेंगी। सूरज पनवार भी मिश्रित मैराथन रेस वॉक में प्रतिस्पर्धा करते देखे जाएंगे।
शूटिंग में, स्वप्निल कुसाले पुरुषों की 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशन फाइनल मुकाबले में अपनी क्षमता का प्रदर्शन करेंगे। तीरंदाजी में, प्रवीण रमेश जाधव पुरुषों की व्यक्तिगत 1/32 इलिमिनेशन मैच में भाग लेंगे। उनकी खास नजरें अपने प्रदर्शन पर होगीं, ताकि देशवासियों को गर्वित कर सकें।
पेरिस 2024 ओलंपिक गेम्स का लाइव प्रसारण स्पोर्ट्स 18 1 HD/SD, स्पोर्ट्स 18 2 HD/SD, VH1, MTV, कलर्स नेटवर्क्स और स्पोर्ट्स 18 3 HD/SD चैनलों पर किया जाएगा। इसके अलावा, जिन दर्शकों के पास स्मार्टफोन है, वे जियो सिनेमा एप और वेबसाइट पर भी इन प्रतियोगिताओं का लाइव प्रसारण देख सकते हैं।
समय और कार्यक्रम की बात करें तो यह भारतीय समयानुसार (आईएसटी) सुगम होगा, जिससे दर्शक अपने मनपसंद एथलीट्स का प्रदर्शन देख सकें। इस दिन कई प्रतियोगिताओं में भारत शामिल होगा, जिससे दर्शकों की उम्मीदें और रोमांच बढ़ जाएगा।
नीरज चोपड़ा की सफलता की कहानी किसी परी कथा से कम नहीं है। 2018 एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने के बाद से लेकर टोक्यो 2020 ओलंपिक में ऐतिहासिक स्वर्ण पदक तक उनकी यात्रा अत्यंत प्रेरणादायक रही है। उनका अनुकरणीय प्रदर्शन और मेहनत अन्य खिलाड़ियों के लिए आदर्श है।
जैवलिन थ्रो में नीरज को चुनौती कौशल और धैर्य से पार पाते देखा गया है। उन्होंने यह साबित किया है कि एक छोटे से गाँव से आने वाला लड़का भी अगर ठान ले तो अंतरराष्ट्रीय मंच पर देश का नाम रोशन कर सकता है। इसी कारण से 9 अगस्त को उनके प्रदर्शन को देखने के लिए लाखों भारतीय उत्सुकता से इंतजार कर रहे हैं।
किशोर जेना, जिन्होंने हांगझू एशियन गेम्स में रजत पदक जीता था, नीरज के साथ मिलकर जैवलिन थ्रो में अपनी प्रतिभा दिखाएंगे। उनकी तैयारी और संघर्ष देखकर लगता है कि वे भी नीरज की तरह सफलता की ऊंचाइयों को छू सकेंगे।
अन्नू रानी, जो एशियन खेलों में स्वर्ण पदक जीत चुकी हैं, महिलाओं की जैवलिन थ्रो में भाग लेंगी और उनका लक्ष्य भी पदक हासिल करना होगा। उनकी उत्कृष्ट काबिलियत और धैर्य ने उन्हें इस मुकाम तक पहुंचाया है।
शूटिंग के मैदान में स्वप्निल कुसाले ने अपनी प्रतिभा और परिश्रम से खुद को साबित किया है। 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशन फाइनल में वे भारत के लिए पदक लाने की पूरी कोशिश करेंगे। वह शांति और संयम के साथ निशाना साधने की कला के मास्टर हैं।
तीरंदाजी में प्रवीण रमेश जाधव को भी बड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। वे पुरुषों की व्यक्तिगत 1/32 इलिमिनेशन में भाग लेंगे। उनकी प्राथमिकता होगी कि वे अपने तीर को सफलता के साथ निशाने तक पहुँचाएं।
9 अगस्त का दिन भारतीय खेल प्रेमियों के लिए बेहद उत्सुकता और रोमांच का होगा। सभी भारतीय खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर नजरें होंगी और उनकी सफलता के लिए सबकी दुआएं रहेंगी। यह समय है जब भारत अपने खिलाड़ियों के माध्यम से पूरे विश्व को अपनी प्रतिभा और साहस का परिचय दे सकेगा।