न्यूज़ीलैंड के दिग्गज तेज गेंदबाज टिम साउथी ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की

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टिम साउथी: एक स्टार गेंदबाज का टेस्ट क्रिकेट में अंतिम अध्याय

न्यूज़ीलैंड के प्रमुख तेज गेंदबाज टिम साउथी ने अपनी टेस्ट क्रिकेट यात्रा का समापन करने का फैसला किया है। यह घोषणा तब आई जब वे इंग्लैंड के खिलाफ आगामी श्रृंखला में मैदान में उतरेंगे। साउथी का यह निर्णय उनके करियर के एक ऐतिहासिक मुकाम पर आता है, जब उन्होंने 104 टेस्ट मैचों में 385 विकेट हासिल किए और न्यूज़ीलैंड के गेंदबाजों में महान सर रिचर्ड हेडली (431 विकेट) के बाद दूसरे स्थान पर रहे।

साउथी का करियर: उपलब्धियों की लंबी सूची

टिम साउथी ने 2008 में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया था और तब से वह न्यूज़ीलैंड क्रिकेट के अगुआ तेज गेंदबाजों में से एक बने रहे हैं। 35 वर्ष की आयु में भी उन्होंने अपनी कुशलता से दर्शकों को चौंका दिया है। दिसंबर 11 को 36वें वर्ष में प्रविष्ट करने वाले साउथी ने 17 साल के गहन क्रिकेट करियर के बाद टेस्ट क्रिकेट से विदाई लेने का निर्णय किया है।

भावनात्मक विदाई: कठिन निर्णय लेकिन सही

साउथी ने कहा कि भले ही यह निर्णय लेना कठिन था, लेकिन यह उनके हिसाब से सही निर्णय है। उन्होंने यह भी माना कि यह समय है कि युवा और नए तेज गेंदबाज टीम की कमान संभालें और आगे बढ़ें। साउथी का यह निर्णय न्यूज़ीलैंड क्रिकेट के भविष्य के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

साउथी की कप्तानी और विश्व कप की विजय

अपने करियर के दौरान, टिम साउथी ने 14 बार न्यूज़ीलैंड की टेस्ट टीम की कप्तानी की और 2021 में टीम को प्रथम विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल में जीत दिलाने का गौरव प्राप्त किया। साउथी की नेतृत्व क्षमता और उनकी विचारशील गेंदबाजी ने उन्हें ना केवल न्यूज़ीलैंड बल्कि विश्व क्रिकेट के महान खिलाड़ियों में स्थान दिलाया।

व्हाइट बॉल क्रिकेट पर साउथी का अगला कदम

इंग्लैंड सीरीज के खत्म होने के बाद, टिम साउथी व्हाइट बॉल क्रिकेट की दिशा में अपनी यात्रा पर एक निर्णय लेंगे। दिसंबर के अंत में न्यूज़ीलैंड के पास श्रीलंका के खिलाफ तीन वनडे और तीन टी20 मैच खेलने का कार्यक्रम है। यह देखना दिलचस्प होगा कि साउथी इन प्रारूपों में कितनी लंबी भूमिका निभाते हैं।

टिम साउथी का संन्यास न्यूज़ीलैंड क्रिकेट के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ है, क्योंकि उन्होंने ना केवल अपनी देश के लिए खेला, बल्कि अपनी टीम को कई ऊचाइयों तक पहुंचाया।

अंतिम टेस्ट सिडन पार्क, हैमिल्टन में खेले जाएंगे, जो उनके करियर का एक भावनात्मक और गौरवपूर्ण समापन होगा। टिम साउथी का क्रिकेट करियर ना सिर्फ आंकड़ों में बल्कि उनकी अपार सफलता से भी समझा जा सकता है।

Maanasa Manikandan

Maanasa Manikandan

मैं एक पेशेवर पत्रकार हूं और भारत में दैनिक समाचारों पर लेख लिखती हूं। मेरी खास रुचि नवीनतम घटनाओं और समाज में हो रहे परिवर्तनों पर है। मेरा उद्देश्य नई जानकारी को सरल और सटीक तरीके से प्रस्तुत करना है।

5 Comments

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    Himanshu Tyagi

    नवंबर 17, 2024 AT 22:12

    टिम साउथी का करियर देखकर लगता है कि असली गेंदबाज वो होता है जो बल्लेबाज को डराए नहीं, बल्कि उसकी सोच को तोड़ दे। 385 विकेट सिर्फ आंकड़े नहीं, बल्कि उसकी लगन का प्रमाण है। न्यूज़ीलैंड के लिए ये एक युग का अंत है।
    वो हमेशा अपनी गेंदों के साथ बात करते थे, जैसे कोई बूढ़ा दादा अपने बच्चों को कहानी सुना रहा हो।

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    Shailendra Soni

    नवंबर 18, 2024 AT 21:10

    साउथी के बिना टेस्ट क्रिकेट अब बिना बारिश के मानसून जैसा लगेगा।
    उनकी लेगस्पिन जैसी इंस्टिंक्टिव गेंदबाजी... बस एक बार देख लो तो दिल जीत जाता है।
    मैंने उन्हें 2015 में ऑस्ट्रेलिया में खेलते देखा था... उस दिन लगा जैसे क्रिकेट ने अपना आत्मा दिखा दी।

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    Sujit Ghosh

    नवंबर 19, 2024 AT 03:06

    ये सब भावुकता क्यों? भारत के तो बहुत बेहतर गेंदबाज हैं, लेकिन कोई नहीं बोलता।
    साउथी का विकेट लेने का तरीका बहुत धीमा है, बोरिंग है।
    हमारे शमी और बोल्ट तो आग बरसाते हैं, ये तो धीमी गाड़ी चला रहा है। 😴

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    sandhya jain

    नवंबर 20, 2024 AT 12:55

    साउथी का संन्यास बस एक खिलाड़ी के करियर का अंत नहीं, बल्कि एक दर्शन का अंत है।
    जहां आज के खिलाड़ी रिकॉर्ड और फैंस की ताली के लिए खेलते हैं, वहीं साउथी ने खेल को एक आध्यात्मिक अनुभव बनाकर रख दिया।
    उनकी गेंदबाजी में एक शांति थी, जैसे कोई सूफी संत अपने राग से दुनिया को शांत कर रहा हो।
    उन्होंने नहीं बताया कि वो कितने विकेट लेंगे, बल्कि बताया कि कैसे जीवन को खेलना है।
    हमारी टीम में आज तो बस डेटा और एनालिसिस है, लेकिन साउथी तो भावना के साथ खेलते थे।
    जब आप उनकी गेंद देखते हैं, तो लगता है जैसे वो आपको बता रहे हों कि जीवन में धैर्य और समर्पण क्यों जरूरी है।
    वो नहीं खेलते थे कि जीतना है, बल्कि खेलना है।
    उनके बाद अगर कोई गेंदबाज अपने आप को साउथी का उत्तराधिकारी कहे, तो वो शायद अपने आप को नहीं जानता।
    उन्होंने खेल को बचाया, न कि बेचा।
    उनका अंत एक नए युग की शुरुआत है - जहां शायद हमें फिर से खेल की आत्मा को ढूंढना होगा।
    कभी-कभी अंत वो होता है जो आपको याद करने के लिए छोड़ जाता है।
    और साउथी ने बस वही किया।

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    Anupam Sood

    नवंबर 21, 2024 AT 10:56

    RIP test cricket 😭💔 #southeelegend

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