यूरो 2024 क्वालिफायर में जर्मनी और डेनमार्क के बीच जो मुकाबला होने जा रहा था, उसे एक अप्रत्याशित बिजली के तूफान के कारण देर से शुरू करना पड़ा। कोपेनहेगन के प्रतिष्ठित पार्कन स्टेडियम में इस मुकाबले के लिए दोनों टीमों ने बड़ी तैयारी की थी। लेकिन मौसम ने खेल के इस रोमांच को थोड़ी देर के लिए धूमिल कर दिया।
इस हाइपर एंटिसिपेटेड मैच का किक-ऑफ स्थानीय समयानुसार 20:45 बजे निर्धारित किया गया था। लेकिन जैसे ही खेल के समय का नजदीक आया, मौसम ने अपनी बारी दिखानी शुरू कर दी। बिजली की गड़गड़ाहट और तेज हवाओं के बीच भारी बारिश शुरू हो गई, जिससे मैदान पूरी तरह से खेलने के लिए असुरक्षित हो गया।
मैदान की स्थिति को देखते हुए रेफरी ने तुरंत किक-ऑफ को स्थगित करने का निर्णय लिया। खिलाड़ियों और दर्शकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया। जर्मन टीम पहले ही स्टेडियम में पहुंच चुकी थी और ड्रेसिंग रूम में अपने मौके का इंतजार कर रही थी, जब उन्हें देरी के बारे में सूचित किया गया।
डेनिश फुटबॉल एसोसिएशन (DBU) ने यह घोषणा की कि मैच को कम से कम 30 मिनट के लिए विलंबित किया जाएगा। हालांकि, विशिष्ट शुरुआत के समय के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई थी। कोच और खिलाड़ियों के लिए यह निश्चित ही निराशाजनक था, खासकर जब वे इस महत्वपूर्ण मुकाबले के लिए पूरी तरह से तैयार थे।
जर्मन कोच हांसी फ्लिक ने इस विलंब पर अपनी निराशा व्यक्त की। उन्होंने बताया कि उनकी टीम खेलने के लिए पूरी तरह तैयार थी और मौसम की यह स्थिति डेनमार्क के लिए नई नहीं है। फ्लिक की नाराजगी यह दिखाती है कि टीमों ने इस मैच के लिए कितनी मेहनत की थी।
यह मैच ना केवल खिलाड़ियों के लिए बल्कि पूरी टीम के लिए भी महत्वपूर्ण था। दोनों टीमों के लिए यह अवसर उस स्थान के लिए लड़ने का था जो यूरो 2024 में क्वालीफाई करने के लिए जरूरी है। इस मुकाबले में जर्मनी वर्तमान में ग्रुप F में दूसरे स्थान पर है, जबकि डेनमार्क तीसरे स्थान पर है। इस प्रतियोगिता में जीतने वाली टीम क्वालीफिकेशन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठा सकती थी।
हालांकि, मौसम ने इस रोमांचक मुकाबले को थोड़ी देर के लिए ठंडा कर दिया, लेकिन खिलाड़ियों और दर्शकों की सुरक्षा से बड़ा कुछ भी नहीं है। जैसे ही मौसम सुधरता है, इस महत्वपूर्ण मैच को फिर से शुरू किया जाएगा और दोनों टीमों का जोरदार प्रदर्शन देखने को मिलेगा।