भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने 2 जुलाई, 2025 को उत्तर प्रदेश में आने वाली तेज़ शोला‑बारिश को लेकर विस्तृत बुलेटिन जारी किया। बुलेटिन के अनुसार, अगले सात दिनों में राज्य के कई हिस्सों में प्रचंड वर्षा, गरज‑बिजली, तेज़ हवाएँ और हल्की‑मध्यम बूँदाबांदी होगी। विशेष रूप से पूर्वी उत्तर प्रदेश को 2‑6 जुलाई तक भारी बारिश अलर्ट का सामना करना पड़ सकता है, जबकि पश्चिमी भाग में 5‑8 जुलाई को समान स्थिति बनी रहेगी।
यह वार्मिंग पैटर्न इस समय चल रहे मॉनसून की सक्रियता को दर्शाता है, जो कड़ाके के प्रीक्लाइमेटिक गर्मी से राहत दिलाने के साथ‑साथ जल-जमाव और सड़कों में बाधा जैसे समस्याओं को भी उत्पन्न कर सकता है।
झाँसी जिला, जो मध्य उत्तर प्रदेश में स्थित है, पर आज सुबह तापमान 36°C और शाम‑रात को 28°C तक गिरने की भविष्यवाणी है। इस दौरान नमी स्तर 65% रहने की आशा है, जबकि दक्षिण‑पश्चिमी दिशा से 4.6 मीटर/सेकंड (लगभग 16 किमी/घंटा) की हल्की हवा चलती रहेगी। атмосферिक दबाव 728 mmHg स्थिर रहता है, जिससे बारिश की सम्भावना में इज़ाफ़ा होगा।
अगले दो दिनों में तापमान में धीरे‑धीरे गिरावट आएगी और 4‑5 जुलाई को झाँसी में विशेष रूप से बूँदाबांदी की उम्मीद है। इस अवधि में आकाश अक्सर partly cloudy रहेगा, हल्की‑मध्यम वर्षा के साथ गरज‑बिजली और चेतावनी संकेत भी देखे जा सकते हैं।
राज्य के अन्य जिलों में भी समान पैटर्न देखा जा रहा है। उत्तर-पूर्वी क्षेत्रों में हल्की‑मध्यम बारिश रोज़ाना दो‑तीन बार होगी, जबकि पश्चिमी हिस्से में 5‑8 जुलाई के बीच तेज़ हवा (30‑40 किमी/घंटा) के साथ मध्यम वर्षा की संभावना है। कुल मिलाकर जुलाई में लगभग 8‑15 बरसात के दिन होने की उम्मीद है, जिससे लोगों को छत्री, वाटर-प्रूफ जूते और सुरक्षित रहने की योजना बनानी चाहिए।
स्थानीय प्रशासन को पहले से ही जल निकासी की स्थिति जांचने, नाले और पाइपलाइन की सफाई सुनिश्चित करने, तथा ट्रैफिक प्रबंधन के लिए अतिरिक्त उपाय तैयार रखने की सलाह दी गई है। इस दौरान स्कूल, बाजार और सार्वजनिक स्थलों में अचानक बारिश से बचाव के लिए आपातकालीन व्यवस्था भी लागू की जाएगी।
IMD ने यह भी कहा कि मॉनसून की प्रगति को लगातार मॉनीटर किया जाएगा और समय-समय पर अपडेटेड फोरकास्ट जारी किया जाएगा। नागरिकों को अपने घर और कार्यस्थल के निकट जल संरक्षण एवं जल निकासी की सुविधाओं की जाँच करनी चाहिए, तथा यदि संभावित बाढ़ की स्थिति बनती है तो सावधानी बरतें।
Shriya Prasad
बारिश आ रही है तो घर की छत ठीक कर लो वरना फिर बार-बार बरसेगा 😅
Anupam Sood
ये सब IMD का खेल है भाई... हर साल ऐसा ही अलर्ट डालते हैं फिर कुछ नहीं होता... लोगों को डरा-डरा कर वो खुश हो जाते हैं 🤷♂️☔
yashwanth raju
अगर तुम्हारे घर के नाले बंद हैं तो IMD का अलर्ट नहीं, तुम्हारी नगर निगम की लापरवाही का अलर्ट है। ये सब बस नाम का बाजार है।
Nishu Sharma
मॉनसून की गति इस साल असामान्य है और जलवायु परिवर्तन के कारण बारिश के पैटर्न बदल रहे हैं। पिछले 10 सालों में उत्तर प्रदेश में जुलाई की औसत बारिश 18% बढ़ चुकी है और अब बारिश अचानक होने लगी है जिससे जल निकासी की सुविधाएं अपर्याप्त हो गई हैं। अगर आप झाँसी में रहते हैं तो अपने घर के आसपास के नालों की सफाई जरूर करवा लें और बारिश से पहले बरसाती कपड़े तैयार रखें। ये सिर्फ एक अलर्ट नहीं बल्कि एक जीवन बचाने का संकेत है।
Shraddha Tomar
बारिश आ रही है तो ये सिर्फ पानी नहीं... ये धरती का सांस लेना है 🌱✨ बस थोड़ी सी तैयारी से हम सब इसे जी सकते हैं। बारिश का मजा ही अलग होता है ना?
Priya Kanodia
IMD के अलर्ट के बाद ही हर साल बिजली कट जाती है... क्या ये सिर्फ बारिश है? या फिर कोई टेक्नोलॉजी वाला खेल? मैंने पिछले साल एक डॉक्यूमेंट देखा था जिसमें कहा गया था कि मॉनसून को नियंत्रित किया जा सकता है... ये सब अलर्ट तो बस धोखा है!!
Darshan kumawat
बारिश का अलर्ट? ये तो हमारे सरकारी दफ्तरों का रोज़ का दिनचर्या है।
Manjit Kaur
बारिश आएगी तो घर के बाहर न जाओ। बस इतना ही।
Aman Upadhyayy
बारिश के लिए तैयारी नहीं करना तो बाद में रोना शुरू कर देना... ये सब लोग जागे नहीं तो फिर कौन जागेगा? जिनके घरों में नाले बंद हैं वो अपने घर की छत भी नहीं देखते। बस बारिश का इंतजार करते हैं और फिर गुस्सा करते हैं। ये भारत की संस्कृति है ना? 😒
ASHWINI KUMAR
हर साल यही बात... बारिश आएगी तो नाले बंद हो जाते हैं, रास्ते बह जाते हैं, फिर सरकार बयान देती है, फिर भूल जाती है। कोई बदलाव नहीं होता।
vaibhav kapoor
हमारे देश में बारिश के लिए तैयारी करना तो अभी भी एक अज्ञात बात है। ये तो बस अपने घर बचाने की कोशिश है।
Manish Barua
मैंने झाँसी में एक बार बारिश में बाइक चलाई थी... पानी घुटनों तक आ गया था। अब मैं हमेशा बरसाती जूते रखता हूँ। बस एक छोटी सी तैयारी से बहुत कुछ बच जाता है।
Abhishek saw
स्थानीय प्रशासन को जल निकासी के लिए तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए। नागरिकों की सुरक्षा प्राथमिकता होनी चाहिए।
TARUN BEDI
यह बारिश का मौसम है और इसके पीछे का वैज्ञानिक आधार जलवायु विज्ञान के नियमों पर आधारित है। यदि हम इस घटना को भावनात्मक रूप से लेंगे तो हम वास्तविकता से दूर हो जाएंगे। इसलिए, बारिश के लिए तैयारी करना एक नैतिक दायित्व है, न कि एक अलर्ट का अनुसरण।
Shikha Malik
बारिश आएगी तो तुम्हारी बाइक फिसल जाएगी... तुम्हारा बच्चा बीमार हो जाएगा... तुम्हारी बाजार बंद हो जाएगी... और फिर तुम कहोगे कि कोई ने चेतावनी नहीं दी।
Hari Wiradinata
सरकार और नागरिक दोनों को इस बारिश के लिए तैयार रहना चाहिए। ये जिम्मेदारी हम सबकी है।
Leo Ware
बारिश का मौसम है... इसे नियंत्रित नहीं किया जा सकता, लेकिन इसके साथ रहना सीखा जा सकता है।
Ranjani Sridharan
तुम्हारे घर के बाहर नाला बंद है? तो तुम्हारे घर के अंदर भी कुछ बंद है ना? बस बारिश ने दिखा दिया 😏
Shriya Prasad
बारिश के बाद बाइक चलाने का मजा ही कुछ और होता है... बस पानी के ऊपर से फिसल जाना नहीं चाहिए 😌