थियागो मेसी ने इंटर मियामी U-13 टीम के लिए बनाए 11 गोल
सोचिए, 12 साल का बच्चा एक मैच में अकेले 11 बार गोल कर दे—वो भी उस खिलाड़ी का बेटा जिसे दुनिया “फुटबॉल का भगवान” कहती है। जी हाँ, बात हो रही है Thiago Messi की, जिनकी हालिया परफॉर्मेंस ने फुटबॉल की दुनिया में हलचल मचा दी है। इंटर मियामी सीएफ की U-13 टीम ने अटलांटा यूनाइटेड के खिलाफ MLS NEXT कप में 12-0 से जीत दर्ज की, जिसमें से 11 गोल अकेले थियागो ने दागे।
मैच फरवरी 2025 में खेला गया, और इसके बाद से हर जगह इसी मैच की चर्चा है। थियागो ने पहले हाफ में 5 गोल कर टीम की उम्मीदों को नई उड़ान दी और फिर दूसरे हाफ में डबल हैट्रिक यानी 6 गोल ठोक डाले। एक तो बच्चे की उम्र ऊपर से इतनी क्लीन फिनिशिंग… सोशल मीडिया पर लोग कह रहे हैं, “बाप पे गया बेटा।” यूट्यूब हो या टिकटॉक, हर जगह थियागो के गोल्स के वीडियो लाखों लोगों तक पहुंच चुके हैं।
सोशल मीडिया पर वायरल, पिता लियोनेल मेसी से हो रही तुलना
मुकाबले के दौरान हर गोल के साथ मैदान का माहौल बदलता गया—हर फैसला थियागो के पक्ष में जाता दिखा। कई यूज़र्स ने शुरुआत में वीडियो और स्कोरलाइन को लेकर सवाल जरूर उठाए, लेकिन बाद में मैच की असली रिपोर्ट सामने आ गई और कई मीडिया आउटलेट्स ने पुष्टि की कि थियागो ने वाकई 11 गोल दागे थे।
अब हर जगह एक ही चर्चा है: क्या थियागो अगला लियोनेल मेसी बन सकता है? किस्मत से ज्यादा मेहनत और जज्बे की बात होती है पर थियागो के खेल में वही आत्मविश्वास, वही दृष्टिकोण नजर आता है, जो उनके पापा के शुरुआती करियर में दिखता था। मेसी परिवार लगातार फुटबॉल दुनिया को नई उम्मीद दे रहा है।
इंटर मियामी का यूथ डेवेलपमेंट प्रोग्राम भी इस जीत के बाद सुर्खियों में आ गया है। क्लब के कोच और मैनेजमेंट ने थियागो की तारीफ करते हुए कहा कि यह क्लब के सभी युवाओं के लिए मिसाल है कि अगर मेहनत सही दिशा में हो, तो कम उम्र में भी बड़े मुकाम हासिल किए जा सकते हैं।
- थियागो का बॉल पर कंट्रोल और पोजिशनिंग काबिल-ए-तारीफ रही।
- हर गोल के बाद मेसी परिवार का नाम फिर से चर्चा में आ गया।
- सोशल मीडिया पर दुनियाभर के फुटबॉल फैंस ने थियागो के खेल की जमकर सराहना की।
वैसे, यह कहानी उन तमाम पैरेंट्स के लिए भी एक सबक है जो सोचते हैं कि बड़े नामों के बच्चों के लिए रास्ता आसान होता है। थियागो ने दिखा दिया कि कड़ी मेहनत और जुनून से मिलकर ही नाम चमकता है—फिर चाहे वो किसी भी सांचे में ढला हो। फैंस अब बेसब्री से उनके आने वाले मैचों और अगले स्तर पर जाने की खबरों का इंतजार कर रहे हैं।
Shriya Prasad
11 गोल?! बस एक बच्चे ने ऐसा किया... दिल दहल गया।
Balaji T
यह बच्चा निश्चित रूप से एक असाधारण विरासत का उत्तराधिकारी है। इस प्रकार की उपलब्धि केवल एक विशिष्ट वंशज के लिए संभव है, जिसके रक्त में फुटबॉल की धारा बहती है।
Nishu Sharma
थियागो का बॉल कंट्रोल और पोजिशनिंग देखकर लगता है जैसे उसने बचपन से ही फुटबॉल के बारे में सोचा हो और उसके दिमाग में गेम का एक अलग ही अल्गोरिदम हो जो बाकी बच्चों को नहीं पता अगर आप उसके पहले गोल का वीडियो देखेंगे तो आप देखेंगे कि वो बस एक बार बॉल को लेकर चलता है और तीन खिलाड़ी उसके आसपास घूम रहे होते हैं और फिर वो बिना एक भी टच के बिना गोल कर देता है और फिर वो बस खड़ा हो जाता है जैसे कुछ नहीं हुआ हो ये वो चीज है जो लियोनेल के बचपन में भी थी और जो आज के युवा खिलाड़ियों में बिल्कुल नहीं मिलती
Shraddha Tomar
ये बच्चा बस फुटबॉल के बारे में सोचता है ना जीत के बारे में... वो बस खेल रहा है और उसका जुनून इतना बड़ा है कि उसकी टीम भी उसके साथ उड़ रही है बस एक बार देखो उसकी आंखों में जो चमक है वो नहीं बनाई जा सकती वो जन्मजात होती है और ये बच्चा उसका जीवित उदाहरण है अगर हम सब इतना जुनून लेकर कुछ करें तो दुनिया भी रुक जाएगी 😍
Priya Kanodia
ये सब फेक है... किसी ने इसे बनाया है... ये वीडियो एडिटेड है... ये बच्चा कभी 11 गोल नहीं कर सकता... क्योंकि ये सब कोई बड़ा कॉर्पोरेट प्रचार है... अगर आप देखें तो मैच के बाद वाले वीडियो में कैमरा एक बार झुका है और वहां कोई एक आदमी बोल रहा है... वो फुटबॉल एसोसिएशन का है... ये सब ट्रेनिंग है... बस बच्चे को इस्तेमाल किया जा रहा है...
Darshan kumawat
मेसी का बेटा है तो ऐसा ही होगा। बाकी बच्चे तो बस बेकार हैं।
Manjit Kaur
ये बच्चा बहुत अच्छा है लेकिन उसकी टीम बहुत कमजोर थी वरना 11 गोल कैसे? अगर अच्छी टीम के खिलाफ खेलता तो शायद 3 गोल होते। अब ये सब लोग बस नाम के आगे भाग रहे हैं।
yashwanth raju
हां बस एक बच्चे ने 11 गोल किए... और अब सारा इंटरनेट उसके आसपास घूम रहा है... अगर ये एक ब्राजीलियाई बच्चा होता तो कोई नहीं देखता... लेकिन मेसी का बेटा है तो दुनिया बदल गई।
Aman Upadhyayy
मैं तो बचपन में एक बार गोल कर पाया था और मेरे पापा ने मुझे एक आइसक्रीम दी थी... ये बच्चा तो 11 बार कर रहा है और दुनिया उसे भगवान बना रही है... लेकिन देखो ना वो भी बस एक बच्चा है... उसकी आंखों में बस खुशी है... उसे नहीं पता उसका नाम अब इंटरनेट पर ट्रेंड हो रहा है... अगर हम इस बच्चे को दबाएंगे तो वो भी टूट जाएगा... बस उसे खेलने दो... वो अपने तरीके से दुनिया को बदल रहा है 😊
ASHWINI KUMAR
ये सब बहुत ज्यादा ओवरहाइप है। एक U-13 मैच में 11 गोल? बहुत सारे टीम ऐसे ही खेलते हैं जब दूसरी टीम बेहद कमजोर होती है। इस बच्चे को असली टेस्ट तब मिलेगा जब वो एक अच्छी टीम के खिलाफ खेलेगा। इस तरह के रिकॉर्ड बस फेक फुटबॉल हैं।
vaibhav kapoor
भारत के बच्चे क्या कर रहे हैं? ये बाहरी लोगों के बारे में बात कर रहे हैं? हमारे देश में फुटबॉल के लिए कोई नहीं खेलता। इस बच्चे को भारत में लाओ तो देखो क्या होता है।