सबसे पहले तो सोचे कि आप दोनों को क्या सबसे ज़्यादा पसंद है – रोमांस, परिवार या दोस्त? यही आपके प्लान का आधार होना चाहिए। अगर आपको नहीं पता, तो पिछले साल की फ़ोटो देखिए, साथ में किए हुए मज़े याद करिए और वही से शुरूआत करें।
बहुत महंगे रेस्तरां की जरूरत नहीं है। घर के ही किचन को थोड़ा सजाएँ – मोमबत्ती, फूल और लाइट्स लगाएँ। एक साधा मेनू चुनें: आपका पसंदीदा पकवान, हल्का सलाद और मीठा डेज़र्ट। अगर आप दोनों को खाने में एक्सपेरिमेंट पसंद है तो नई रेसिपी ट्राय करें, जैसे कढ़ाई पनीर या मसाला आईसक्रीम। छोटे-छोटे टच से माहौल बड़ी खुशी दे देता है।
अगर बाहर जाना ज़्यादा मज़ेदार लगे, तो स्थानीय बफ़े में बुकिंग कर लें जहाँ आप दोनों को पसंदीदा डिशेज़ हों। याद रखें – भीड़ या लम्बी वेटिंग टाइम नहीं चाहिए, क्योंकि सालगिरह का समय आराम से होना चाहिए।
उपहार चुनते वक्त दिल की बात सुनें। अगर आपका साथी पढ़ना पसंद करता है तो एक बेस्टसेलर या पॉडकास्ट सब्सक्रिप्शन दें। फ़ैशन में रूचि रखता हो तो कपड़े या घड़ी बेहतर विकल्प हैं। लेकिन सबसे असरदार गिफ्ट हमेशा व्यक्तिगत होता – जैसे आपकी पहली डेट की फोटो को फ्रेम कर देना, या साथ में लिखी हुई छोटी-छोटी यादों का बुक बनाना।
सरप्राइज़ के लिए एक छोटा गेम भी रख सकते हैं – ‘स्मृति ट्रेज़र हंट’. घर के हर कोने में छोटे नोट्स छुपाएँ, जिनमें आपका प्यार और मजेदार कहानियाँ लिखी हों। अंत में जो सबसे पहला नोट ढूँढे उसे विशेष डिनर या कूपन मिलेगा। ऐसी छोटी-छोटी चीजें यादों को ताज़ा करती हैं।
यदि आप परिवार के साथ जश्न मनाना चाहते हैं, तो घर में ही छोटा लिविंग रूम गेदरिंग रखें। सभी को आमंत्रित करें, एक छोटा केक कटे और सब मिलकर आपका साथ मनाएँ। यह आपके रिश्ते को सिर्फ दो लोगों का नहीं बल्कि पूरे परिवार की खुशी बना देता है।
आखिर में सबसे ज़रूरी बात – बातचीत। अक्सर हम बड़े गिफ्ट्स या प्लान पर ध्यान देते हैं, लेकिन एक-दूसरे से दिल खोलकर बातें करना ही असली जश्न है। उन सपनों को शेयर करें जो अभी तक पूरे नहीं हुए और साथ मिलकर आगे की योजना बनाएं। यही सालगिरह को खास बनाता है।
तो इस बार शादी की वर्षगाँठ पर इन आसान टिप्स को अपनाएँ, साधे प्लान, दिल से दिया गया गिफ्ट और सच्ची बातों से भरपूर शाम आपके रिश्ते में नई ऊर्जा लेकर आएगी। याद रखें – प्यार का जश्न जितना सरल होगा, उतनी ही मिठास उसके साथ होगी।
भारतीय आईटी क्षेत्र के प्रमुख व्यक्ति नारायण मूर्ति ने एक दिल छू लेने वाला किस्सा साझा किया जब उन्होंने अपनी 25वीं शादी की वर्षगांठ भूल गए थे। उनकी बेटी अक्षता मूर्ति ने सुझाव दिया कि वह एक निजी विमान से बेंगलुरु लौट आएं और इस अवसर को महत्वपूर्ण समझें। यह घटना पिता-पुत्री के बीच के भावनात्मक संबंध को दर्शाती है।