फ्रांस के विदेश क्षेत्रों और विदेशों में रहने वाले प्रवासी मतदाताओं ने संसदीय चुनाव के दूसरे दौर की शुरुआत की, जिससे राष्ट्रवादी दक्षिणपंथी आंदोलन को ऐतिहासिक जीत मिल सकती है। नेशनल रैली पार्टी ने पहले दौर में बढ़त बनाई, जबकि दूसरे दौर का मतदान 6 जुलाई को शुरू हुआ।