डिजिटल इंडिया भारत सरकार का बड़ा मिशन है जो हर नागरिक को इंटरनेट, मोबाइल और डिजिटल सेवाओं से जोड़ना चाहता है। इसका मकसद सरकारी कामकाज को जल्दी, सस्ता और पारदर्शी बनाना है। सोचिए, अब आप घर बैठे ही पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस या बिजली बिल भर सकते हैं – यही डिजिटल इंडिया का वादा है.
कई महत्वपूर्ण सेवाएँ एक क्लिक पर उपलब्ध हैं। UMANG, BHIM, Aadhaar Seva Kendra जैसी एप्प्स से आप अपना आधार अपडेट, पेंशन जमा या बैंक ट्रांसफ़र कर सकते हैं। इन ऐप्स में सुरक्षा भी अच्छी है, इसलिए फ़िर्यादों की चिंता नहीं करनी पड़ती. अगर पहली बार उपयोग कर रहे हों तो बस फोन पर ऐप डाउनलोड करें, मोबाइल नंबर वेरिफ़ाई करें और फिर अपने दस्तावेज़ अपलोड करके काम शुरू करें.
डिजिटल इंडिया ने स्टार्टअप को भी धक्का दिया है। फिनटेक, एग्रीटेक और हेल्थकेयर में कई युवा उद्यमी अपने आइडिया को वास्तविक प्रोडक्ट बना रहे हैं. इन कंपनियों के लिए सरकार ने आसान लाइसेंस, टैक्स रिवाइंड और फ़ंडिंग स्कीम्स बनाई हैं. अगर आप भी अपना बिज़नेस शुरू करना चाहते हैं तो स्टार्टअप इंडिया पोर्टल पर पंजीकरण कर सकते हैं – यह आपके प्रोजेक्ट को सरकारी समर्थन दिलाने में मदद करेगा.
डिजिटल शिक्षा की बात करें तो Diksha और E‑Pathshala जैसे प्लेटफ़ॉर्म ने स्कूलों और कॉलेजों को ऑनलाइन लर्निंग के लिए तैयार किया है. शिक्षक अब डिजिटल बोर्ड पर पढ़ा सकते हैं, छात्र वीडियो लेक्चर देख सकते हैं और क्विज़ में भाग लेकर अपने ज्ञान की जाँच कर सकते हैं.
रोज़मर्रा के काम भी तकनीक से आसान हो गए हैं। मोबाइल बैंकिंग ऐप्स जैसे Google Pay, PhonePe या Paytm से आप कहीं भी, कभी भी पैसे भेज‑सकते हैं. डिजिटल भुगतान करने से न केवल लेन‑देनों में समय बचता है बल्कि नकद संभालने की झंझट भी खत्म होती है.
इंटरनेट की पहुंच अब शहरों तक ही सीमित नहीं रही। ग्रामीण इलाकों में भी डिजिटल भारत के तहत हाई स्पीड ब्रॉडबैंड और 4G/5G नेटवर्क का विस्तार हो रहा है. इस से किसानों को कृषि मार्केट, मौसम पूर्वानुमान और सरकारी योजना की जानकारी तुरंत मिलती है.
साइबर सुरक्षा भी अब बहुत महत्वपूर्ण हो गई है। सरकार ने डेटा प्रोटेक्शन बिल बनाया है जिससे व्यक्तिगत डेटा का दुरुपयोग रोका जा सके. उपयोगकर्ता को अपने पासवर्ड मजबूत रखने, दो‑स्तरीय ऑथेंटिकेशन अपनाने और संदिग्ध लिंक से बचने की सलाह दी जाती है.
डिजिटल इंडिया के कारण रोजगार में भी वृद्धि हुई है। ऑनलाइन ट्यूशन, कंटेंट राइटिंग, डिजिटल मार्केटिंग जैसी नौकरियों ने युवा वर्ग को नई राहें दिखाई हैं. अगर आप फ्रीलांस काम चाहते हैं तो Upwork या Fiverr जैसे प्लेटफ़ॉर्म पर प्रोफाइल बनाकर तुरंत प्रोजेक्ट ले सकते हैं.
अंत में यह कहा जा सकता है कि डिजिटल इंडिया सिर्फ एक योजना नहीं, बल्कि हमारे जीवनशैली का नया रूप है. चाहे सरकारी सेवा हो या निजी उद्यम, हर क्षेत्र में तकनीक की धारा बह रही है. इसे अपनाने से आप न केवल समय बचाते हैं, बल्कि देश के विकास में भी योगदान देते हैं.
तो अब इंतजार किस बात का? अपने मोबाइल पर एक-एक ऐप डाउनलोड करें, ऑनलाइन सेवाओं का इस्तेमाल शुरू करें और डिजिटल इंडिया के साथ कदम मिलाकर चलें!
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली केंद्रीय कैबिनेट ने PAN 2.0 प्रोजेक्ट को मंजूरी दी है। इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य पर्मानेंट अकाउंट नंबर (PAN) और टैक्स डिडक्शन अकाउंट नंबर (TAN) के निर्गमन और प्रबंधन की प्रक्रियाओं का आधुनिकीकरण करना है। नई प्रणाली में एक एकीकृत डेटा स्रोत का उपयोग होगा जिससे विश्वसनीयता बढ़ेगी और त्रुटियाँ कम होंगी। पर्यावरण के अनुकूल कागज रहित प्रणाली भी बनाई जाएगी।