अगर आप क्रिकेट फैन हैं तो अक्षय कुमार का नाम जरूर सुना होगा। युवा उम्र में ही उन्होंने अंतरराष्ट्रीय मैदान पर अपनी छाप छोड़ी है और अब टीम में उनका रोल बढ़ रहा है। इस लेख में हम उनके करियर, हालिया मैचों के आँकड़े और आगे की संभावनाओं को आसान भाषा में समझेंगे।
अक्षय ने घरेलू क्रिकेट से अपनी शुरुआत की और जल्दी ही सिलेक्टर्स का ध्यान आकर्षित किया। पहली बार उन्होंने भारत A टीम में जगह बनाई, जहाँ उनके तेज़ी से चलने वाले रन बनना सबको पसंद आया। उसके बाद उन्हें T20I में बुलाया गया और पहले ही मैच में उन्होंने 30+ रन बनाए। तब से वह लगातार अपनी स्ट्राइक रेट को बेहतर बना रहे हैं।
उनकी बैटिंग स्टाइल आसान है – खुले खेल के साथ-साथ दबाव वाले पलों में भी शांत रहकर बड़े शॉट्स मारते हैं। यह गुण उन्हें मध्यक्रम और फिनिशर दोनों बनाता है, जिससे टीम को लचीलापन मिलता है।
पिछले महीने के T20 सीरीज़ में अक्षय ने 3 मैचों में कुल 85 रन बनाए, औसत 28.33 और स्ट्राइक रेट 138। खास बात यह है कि उनके दो फोर और एक छह भी हुए, जो दिखाते हैं कि वह जल्दी रन बनाने की क्षमता रखते हैं। इसके अलावा उन्होंने कभी आउट नहीं होकर टीम को स्थिरता दी।
फ़िल्डिंग में भी उनका योगदान नजर आता है – इस सीज़न में उन्होंने 4 कैच लिये और कुछ रनों की बचत की, जिससे मैच का परिणाम अक्सर बदल जाता है। यह बहु‑पहलू खिलाड़ी बनने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
भविष्य की बात करें तो selectors ने अक्षय को कई बड़े टूर के लिए बैंच पर रखा है, जिससे वह अंतरराष्ट्रीय माहौल से और सीखेंगे। अगर वह लगातार इस फ़ॉर्म में रहे तो IPL टीमों का भी ध्यान उनके ऊपर रहेगा, क्योंकि हर फ्रेंचाइज़ ऐसे खिलाड़ी चाहती है जो दबाव में भी रन बना सके।
समाप्ति में, अक्षय कुमार सिर्फ़ एक नया चेहरा नहीं बल्कि टीम की बैटिंग गहराई को बढ़ाने वाला अहम हिस्सा बन चुके हैं। चाहे घरेलू मैच हो या अंतरराष्ट्रीय टूर, उनके प्रदर्शन से उम्मीदें जुड़ी हुई हैं। आप भी उनका फॉलो करके क्रिकेट का मज़ा दोगुना कर सकते हैं और हर नई खबर से अपडेट रह सकते हैं।
अक्षय कुमार, तापसी पन्नू और वाणी कपूर की कॉमेडी-ड्रामा 'खेल खेल में' ने पहले दिन बॉक्स ऑफिस पर मात्र 5 करोड़ रुपये की कमाई की। फ़िल्म 'स्त्री 2' और 'वेदा' से कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना कर रही है, जिसमें 'स्त्री 2' ने 54 करोड़ रुपये की भारी कमाई की। अक्षय कुमार की हाल की फ़िल्में भी उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी हैं।