आपने सुना होगा Adani Power का नाम—पर शायद नहीं जानते कि ये कंपनी असल में क्या कर रही है। साधारण भाषा में कहें तो, Adani Power भारत की सबसे बड़ी निजी बिजली कंपनियों में से एक है, जो बड़े‑बड़े थर्मल और नवीकरणीय प्रोजेक्ट्स चला रही है। अगर आप घर या व्यवसाय के लिए भरोसेमंद बिजली चाहते हैं, तो इस कंपनी की योजनाओं को समझना जरूरी है। चलिए, जानते हैं इनके प्रमुख कामों का जिक्र।
अब तक Adani Power ने देश भर में 12 गीगावॉट से ज्यादा क्षमता स्थापित कर ली है। सबसे बड़े प्रोजेक्ट में गुजरात के कांतौली में स्थित थर्मल पावर प्लांट शामिल है, जहाँ एक ही साइट पर कई यूनिट्स चल रही हैं और बिजली की निरंतर आपूर्ति सुनिश्चित करती हैं। इसके अलावा, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड और झारखंड में भी बड़ी-बड़ी पावर हाउस स्थापित हुए हैं—इनसे स्थानीय उद्योगों को स्थिर ऊर्जा मिलती है।
Adani Power अब सिर्फ थर्मल नहीं, बल्कि सौर और वायु ऊर्जा में भी धक्का दे रहा है। राजस्थान में 2.5 GW का सोलर पार्क बन रहा है, जो देश के सबसे बड़े सौर प्रोजेक्ट्स में गिना जाएगा। साथ ही, ओडिशा में समुद्र की हवा से बिजली उत्पादन का प्रयोग कर रहे हैं, जिससे नवीकरणीय ऊर्जा प्रतिशत बढ़ेगा। लेकिन इस तेज़ विकास के बीच पर्यावरणीय मंजूरी और जमीन‑संबंधी मुद्दे भी सामने आते हैं—इनसे समय‑समय पर प्रोजेक्ट्स रुकते हैं। इसलिए कंपनी को स्थानीय समुदायों से संवाद बनाकर चलना होगा, ताकि विवाद कम हों।
कंपनी ने हाल ही में कहा है कि अगले पाँच साल में कुल 5 GW नवीकरणीय क्षमता जोड़ने का लक्ष्य रखी है। इसका मतलब है ज्यादा साफ़ बिजली और कार्बन उत्सर्जन में कमी। अगर सरकार के सब्सिडी और फाइनेन्सिंग की मदद मिलती रहे, तो यह योजना जल्दी पूरी हो सकती है।
उपभोक्ताओं को भी इस बदलाव से फायदा होगा—बिजली की कीमतें स्थिर रहने की संभावना बढ़ेगी और ग्रिड की विश्वसनीयता सुधरेगी। खासकर ग्रामीण इलाकों में जहाँ बिजली अक्सर कटती है, ऐसे प्रोजेक्ट्स नई रोशनी लाएंगे।
अंत में, अगर आप ऊर्जा क्षेत्र में निवेश या करियर बनाने का सोच रहे हैं, तो Adani Power की मौजूदा और आने वाली परियोजनाएँ एक बड़ा अवसर दे सकती हैं। कंपनी के विकास को फॉलो करने से आपको उद्योग की दिशा‑निर्देश और नई तकनीकें समझने में मदद मिलेगी। इसलिए इस टैग पेज पर बार‑बार आएँ और ताज़ा खबरों, विश्लेषण और अपडेट्स पढ़ते रहें।
Jefferies ने Adani Power पर 'Buy' रेटिंग बनाए रखी और 690 रुपये का लक्ष्य दिया, यानी करीब 18% अपसाइड की गुंजाइश। ब्रोकरेज ने क्षमता विस्तार, मजबूत बैलेंस शीट, लाभकारी PPA और BHEL के साथ तालमेल को वजह बताया। बांग्लादेश से भुगतान आने के बाद रिसीवेबल्स का जोखिम घटा। FY30 तक EBITDA दोगुना करने का रोडमैप और 30 GW क्षमता का लक्ष्य रखा गया।
Adani Power के शेयर में सोमवार को 17.68% की बढ़ोतरी हुई, जिससे यह 890.40 रुपए की रिकॉर्ड ऊँचाई पर पहुंच गया। इस वृद्धि का कारण Adani Group की कंपनियों के शेयर्स में व्यापक रिकवरी मानी जा रही है, जिसे Hindenburg Research की रिपोर्ट के दावों को सफलतापूर्वक खारिज किए जाने के बाद देखा गया।