रिलायंस जियो के मोबाइल प्लान्स की दरों में वृद्धि
रिलायंस जियो ने हाल ही में अपने मोबाइल प्लान्स की दरों में बढ़ोतरी की घोषणा की है। इस दर वृद्धि से देश के लाखों जियो उपभोक्ताओं पर प्रभाव पड़ने वाला है। कंपनी ने अपने प्रीपेड और पोस्टपेड दोनों प्रकार के प्लान्स की कीमतों में वृद्धि की है।
प्रीपेड प्लान्स की नई दरें
प्रीपेड प्लान्स की बात करें तो, सबसे सस्ता मासिक प्लान जो पहले 155 रुपये में उपलब्ध था, अब 22% की वृद्धि के साथ 189 रुपये का हो गया है। इस प्लान में 2GB डेटा और अनलिमिटेड वॉइस कॉलिंग की सुविधा उपलब्ध है।
पोस्टपेड प्लान्स की दरें
पोस्टपेड प्लान्स के अंतर्गत, 299 रुपये और 399 रुपये की दरों वाले प्लान्स की कीमतें भी बढ़ाई गई हैं। 299 रुपये का प्लान अब 16.7% और 399 रुपये का प्लान 12.53% की वृद्धि के साथ उपलब्ध होंगे।
रिलायंस जियो इन्फोकॉम के अध्यक्ष आकाश एम अंबानी के अनुसार, इस दर वृद्धि का मुख्य उद्देश्य 5G और AI प्रौद्योगिकी में निवेश को बढ़ावा देना है। उन्होंने कहा कि नए प्लान्स के माध्यम से उद्योग में नवाचार को आगे बढ़ाने और स्थिर वृद्धि को बढ़ावा देने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है।
विश्लेषकों के अनुमानों के अनुसार, आम चुनावों के बाद से टैरिफ वृद्धि की संभावना बनी हुई थी। अब जब रिलायंस जियो ने इसके संकेत दिए हैं, तो भारती एयरटेल और वोडाफोन आइडिया (Vi) जैसी प्रतिस्पर्धी कंपनियां भी जल्द ही ऐसी ही घोषणाएं कर सकती हैं। भारती एयरटेल के सीईओ गोपाल विट्टल पहले ही कह चुके हैं कि भारत में मोबाइल टैरिफ में पर्याप्त वृद्धि की जरूरत है और बाजार इसे समय के साथ अपनाने के लिए तैयार है।
अन्य कम्पनियों की प्रतिक्रिया
वोडाफोन आइडिया (Vi) के सीईओ अक्षया मोंद्रा ने भी कहा था कि किसी भी तरह की टैरिफ वृद्धि का फोकस उपयोगकर्ता मात्रा और अधिक उपयोग करने पर अधिक भुगतान करने के सिद्धांत पर होना चाहिए।
यह ध्यान देने योग्य है कि जियोभारत और JioPhones के उपयोगकर्ता मौजूदा टैरिफ का आनंद लेते रहेंगे और उन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। जियो के पास FY25 के पहले क्वार्टर (अप्रैल-जून) के अंत तक 108 मिलियन 5G ग्राहक थे, जबकि एयरटेल के पास 72 मिलियन सब्सक्राइबर्स थे।
जियो के पिछले लॉन्च
जियो ने अपने पहले जियोफोन को 2017 में लॉन्च किया था, उसके बाद 2018 में JioPhone 2 और 2019 में JioPhone Next लॉन्च किया था, जो गूगल के साथ साझेदारी में विकसित हुआ था।
इस दर वृद्धि के बाद, कई उपभोक्ताओं को अपने मासिक खर्चों में वृद्धि का सामना करना पड़ेगा। लेकिन कंपनी का कहना है कि यह कदम 5G और AI तकनीक में उनके निवेश को समर्थन देने के लिए महत्वपूर्ण है।
Vikas Rajpurohit
ये तो बस शुरुआत है! 5G के लिए पैसे निकालने का ये तरीका है। अगले साल तक 500 रुपये का प्लान भी नॉर्मल हो जाएगा। और हाँ, अभी तक जियो ने एक भी नया फीचर नहीं दिया, सिर्फ दाम बढ़ाए हैं। 😒💸
Nandini Rawal
कम से कम डेटा बढ़ा देते। 2GB से क्या करेंगे? अभी तो यूट्यूब पर वीडियो भी 480p में चलता है।
Ranjani Sridharan
क्या हम सब इतने गरीब हैं कि हमें ये सब देना पड़े? जियो ने तो पहले ही दुनिया को बदल दिया था... अब वो अपने बाप को भी बेच रहा है। 🤔
Himanshu Tyagi
सच तो ये है कि जियो के बिना भारत में मोबाइल इंटरनेट अभी तक सस्ता रहा। अब जब बाजार परिपक्व हुआ है, तो निवेश की जरूरत है। 5G के लिए ट्रांसमिशन टावर लगाने में लाखों रुपये लगते हैं।
Shailendra Soni
क्या ये सब अंबानी परिवार के घर के बच्चों के खिलौने हैं? क्या हम इनके ग्राहक हैं या फिर एक टेस्टिंग ग्रुप?
Sujit Ghosh
अगर तुम भारतीय हो तो ये बढ़ोतरी स्वीकार करो। जियो ने हमें दुनिया का सबसे सस्ता इंटरनेट दिया। अब इसे बेहतर बनाने के लिए पैसे दो। वो नहीं जो अमेरिका में देते हैं, लेकिन हमारे हिसाब से। 🇮🇳🔥
sandhya jain
हम जो भी खरीदते हैं, उसकी कीमत बढ़ती है। बिजली, पानी, गैस, फिर इंटरनेट। लेकिन क्या हमने कभी सोचा कि क्यों? क्या हम बस उपभोक्ता हैं या फिर एक भाग हैं इस प्रणाली के? अगर हम खुद नहीं बदलेंगे, तो ये बदलाव हमें बदल देंगे।
Anupam Sood
क्या ये सब लोग नहीं जानते कि जियो ने अभी तक 5G का एक भी इस्तेमाल करने लायक फीचर नहीं दिया? बस दाम बढ़ा रहे हैं और बोल रहे हैं 'हम इनोवेट कर रहे हैं'... अरे भाई, ये तो बस लूट है
Shriya Prasad
मैंने तो अभी तक 189 रुपये का प्लान नहीं लिया। अभी तक 149 वाला चल रहा है।
Balaji T
This is an egregious affront to consumer sovereignty. The commodification of connectivity under the guise of technological advancement is a neo-liberal fallacy. One must question the ethical foundations of such pricing strategies in a developing economy.
Nishu Sharma
मैंने जियो का प्लान लिया था क्योंकि वो सस्ता था और डेटा ज्यादा था अब जब ये बढ़ गया तो मैंने एयरटेल ले लिया अब उनका प्लान भी 299 हो गया है अब तो बस घर का वाईफाई ही बचा है
Shraddha Tomar
इसका मतलब ये नहीं कि तुम बदल गए, बल्कि बाजार ने तुम्हें बदल दिया। जियो ने तो डिजिटल इंक्लूजन का सपना देखा था, अब वो डिजिटल एक्सप्लॉइटेशन का बिजनेस मॉडल बन गया है। ये बदलाव तकनीकी नहीं, बल्कि नैतिक है।
Priya Kanodia
क्या ये सब गूगल और अमेरिकी कंपनियों के लिए है? क्या जियो ने कभी बताया कि ये पैसे कहाँ जा रहे हैं? मैंने एक बार एक ट्रैकर लगाया था... और वो एक बार जियो के एप से बाहर निकला तो 12 अलग-अलग डेटा कंपनियों को भेज रहा था... ये तो बस डेटा चोरी है...
Darshan kumawat
किसी के घर में बिजली नहीं है तो वो जियो का प्लान कैसे लेगा? अब तो ये सब शहरी लोगों के लिए है। गाँव वाले तो अब बस देखते रहेंगे।
yashwanth raju
तुम लोगों को लगता है जियो एक NGO है? ये एक कंपनी है जो लाभ कमा रही है। अगर तुम चाहते हो कि वो निवेश करे तो तुम्हें भी उसके लिए भुगतान करना होगा। ये बाजार का नियम है।
Manjit Kaur
क्या तुम्हें लगता है जियो ने तुम्हें उदारता से दिया? नहीं। उसने तुम्हें एक बाजार बनाया। अब वो उसे बेच रहा है। बस इतना ही।