लेबनान में 2006 के युद्ध के बाद से सबसे खतरनाक संघर्ष की एक भयावह रात बीती। इसराइल ने दक्षिणी लेबनान में कई ठिकानों पर हवाई हमले किए, जिसमें लगभग 492 लोगों की मौत हो गई और लगभग 1,650 लोग घायल हो गए। मारे गए लोगों में करीब 100 महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। इसराइली अधिकारियों ने आरोप लगाया कि मारे गए लोगों में अधिकांश हिज़्बुल्लाह के सदस्य थे जिन्होंने रॉकेट लॉन्चर निजी घरों में तैनात किए थे।
इसराइल के हमलों की वजह हिज़्बुल्लाह के सदस्यों के पास मौजूद पेजर और वॉकी-टॉकी विस्फोट की घटना बताई जा रही है, जिसके बाद हिज़्बुल्लाह ने इसराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की सरकार को दोषी ठहराया। नेतन्याहू ने कहा, 'हम खतरे का इंतजार नहीं करते, हम उससे पहले ही निराकरण करते हैं।' उन्होंने आने वाले दिनों को जटिल बताते हुए भविष्यवाणी की।
इस मामले में अमेरिका ने संयम बरतने की अपील की है। अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने इसराइली मंत्री योव गैलेंट से कई बार बातचीत की और कूटनीतिक समाधान की प्राथमिकता पर जोर दिया। पिछले सप्ताह दोनों तरफ से प्रतिदिन सीमा पार रॉकेट दागे जा रहे हैं, जब से इसराइल और हमास के बीच अक्टूबर में युद्ध छिड़ा था।
अमेरिका ने मध्य पूर्व में अतिरिक्त संख्या में अपने सैनिक भेजने की घोषणा की है। पेंटागन के प्रवक्ता पैट राइडर ने इस संबंध में जानकारी दी। नेतन्याहू ने हिज़्बुल्लाह के हमलों को रोकने के लिए कूटनीति को प्राथमिकता देने की बात कही, लेकिन इसे असफल बताया।
यह ध्यान देने योग्य है कि हिज़्बुल्लाह और हमास को ईरान का समर्थन प्राप्त है और ये दोनों संगठन अमेरिकी दृष्टिकोण में आतंकी संगठनों के रूप में माने जाते हैं। लेबनान के लोगों के लिए एक वीडियो संदेश में नेतन्याहू ने चेतावनी दी, 'आईडीएफ ने आपको धमकी से बाहर निकलने की चेतावनी दी है। मैं आपसे आग्रह करता हूँ, इस चेतावनी को गंभीरता से लें।'
उत्तर इसराइल में, सैकड़ों हजारों लोग बम शेल्टर की ओर दौड़ पड़े जब सोमवार सुबह 250 प्रोजेक्टाइल दागे गए। हिज़्बुल्लाह के पास 100 किलोमीटर तक पहुंचने वाले नए प्रकार के रॉकेट हैं जो इसके वारहेड में 170 किलोग्राम विस्फोटक ले सकते हैं, यह जानकारी हिज़्बुल्लाह के टेलीग्राम चैनल पर दी गई है।
| कुल मौतें | 492 |
|---|---|
| घायल | 1,650+ |
| महिलाएं और बच्चे मृत | 100 |
लेबनान और इसराइल के बीच इस संघर्ष से स्थिति और जटिल होती जा रही है। इसराइल के एयर हमलों ने लोगों में त्रास और भय का माहौल बना दिया है, जबकि दूसरी तरफ हिज़्बुल्लाह की प्रतिक्रिया ने इस संकट को और बढ़ा दिया है।
Manjit Kaur
ये सब बकवास है। हिज़्बुल्लाह को मिटा देना चाहिए। इसराइल सही कर रहा है।
yashwanth raju
अरे भाई, इसराइल ने पेजर फोड़े तो अब घरों में बच्चों को मार रहा है? सोच ले कि ये वारहेड नहीं, इंसान हैं।
Aman Upadhyayy
ये सब एक बड़ा खेल है भाई... ईरान अपनी ताकत दिखा रहा है, अमेरिका बैठा है और देख रहा है, इसराइल अपने रास्ते पर चल रहा है, और लेबनान के आम लोग बीच में फंस गए... ये नहीं होना चाहिए था... 😔
ASHWINI KUMAR
क्या इसका कोई मतलब है? लोग मर रहे हैं और हम यहां बातें कर रहे हैं। बस इतना ही।
vaibhav kapoor
भारत को भी इसी तरह का जवाब देना चाहिए जब कोई हमारे खिलाफ आए। दया नहीं, ताकत चाहिए।
Manish Barua
मैंने एक लेबनानी दोस्त से बात की थी... वो कहता था कि उनके पास अब घर नहीं बचे... बच्चे डर से रो रहे हैं... ये सिर्फ खबर नहीं, इंसान हैं।
Abhishek saw
सभी तरफ से इंसानियत की बात करनी चाहिए। युद्ध कभी समाधान नहीं होता। बातचीत ही रास्ता है।
TARUN BEDI
यहाँ एक गहरी दार्शनिक बात है: जब एक शक्ति अपनी सुरक्षा के नाम पर नागरिकों को नष्ट करती है, तो वह अपने आप को नष्ट कर रही होती है। इसराइल का आत्म-संरक्षण अब एक नरसंहार बन गया है। इतिहास इसे याद रखेगा।
Shikha Malik
तुम सब बहुत बड़े हो जाते हो... लेकिन क्या तुमने कभी एक बच्चे के चीखने की आवाज़ सुनी है जब उसका घर उड़ गया? नहीं न? तो बस चुप रहो।
Hari Wiradinata
सभी देशों को शांति के लिए काम करना चाहिए। इस तरह की हिंसा कभी समाधान नहीं लाएगी।
Leo Ware
लोग भूल गए कि ये सिर्फ दो देशों का झगड़ा नहीं। ये एक अंतर्राष्ट्रीय बुनियादी असंतुलन का परिणाम है।
Ranjani Sridharan
क्या आप लोग जानते हो कि लेबनान में एक लड़की ने अपने भाई के शव को गोद में लिए 3 दिन बैठी रही? वो बस रो रही थी... इतना दर्द कैसे झेला जाए?
Vikas Rajpurohit
ये तो बस शुरुआत है भाई... अब ईरान आएगा, अमेरिका आएगा, पूरा मिडिल ईस्ट आग में डूब जाएगा🔥💣💥
Nandini Rawal
ये बहुत बुरा है। बच्चे मर रहे हैं। ये गलत है।
Himanshu Tyagi
इसराइल के हमलों के बाद हिज़्बुल्लाह के रॉकेट लॉन्च हो रहे हैं। ये एक चक्र है। कोई शुरुआत नहीं, कोई अंत नहीं। क्या कोई इसे रोक सकता है?
Abhishek saw
हिज़्बुल्लाह को भी इंसानियत की ज़िम्मेदारी है। घरों में रॉकेट लॉन्चर रखना नागरिकों को निशाना बनाना है।