आईपीएल 2025 का यह सीजन औरों से बेहद अलग साबित हो रहा है। वजह है एक के बाद एक उभरते टीनएज सुपरस्टार्स का धमाल। 17 साल के आयुष म्हात्रे ने चेन्नई सुपर किंग्स की ओर से जबरदस्त बल्लेबाजी करते हुए दर्शकों के साथ-साथ दिग्गज क्रिकेटरों को भी हैरान कर दिया। उन्होंने रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के खिलाफ अपने पहले ही मैच में 48 गेंदों पर 94 रन बनाकर रिकॉर्ड बुक में जगह बना ली।
म्हात्रे का बल्ला शुरू से ही आग उगलता दिखा। सबसे खास पल आया जब उन्होंने भुवनेश्वर कुमार जैसे अनुभवी गेंदबाज के ओवर में अकेले 26 रन बटोर लिए। इसमें लगातार सीमा रेखा के पार भेजी गई 6 शानदार गेंदें शामिल थीं, जिससे स्टेडियम में सन्नाटा टूट गया और वाहवाही ही गूंजने लगी। सिर्फ 25 गेंदों में अर्धशतक पूरा करना किसी भी युवा के लिए बड़ी उपलब्धि है।
आयुष की यह पारी सिर्फ धमाकेदार स्ट्राइकिंग तक सीमित नहीं थी। उनकी बल्लेबाजी में एक खास तरह का आत्मविश्वास और टेक्निकल मजबूती दिखी। कोच स्टीफन फ्लेमिंग भी कहां चुप रहने वाले थे। मैच के बाद उन्होंने साफ कहा- 'आयुष का स्विंग और रन बनाने की भूख, दबाव में फैसले लेने की क्षमता एक आधुनिक टी20 प्लेयर में जो चाहिए, वो सारी खूबियां उनमें बखूबी नजर आती हैं।'
आयुष के डेब्यू पर चर्चा इसलिए भी तेज़ थी क्योंकि ठीक उसी साल राजस्थान रॉयल्स के लिए 14 साल के वैभव सूर्यवंशी ने सिर्फ 35 गेंदों में आईपीएल का सबसे तेज़ शतक जड़ दिया था। अब इन दोनों की बैक-टू-बैक धमकियों ने भारत के क्रिकेट भविष्य को लेकर नई बहस छेड़ दी है। क्या भारतीय टीम को यही अगला सुपरस्टार मिलने वाला है?
भले ही सीएसके यह मैच महज दो रनों से हार गई, लेकिन आयुष ने मैदान पर खुद को साबित कर दिया। उन्होंने दिखाया कि उम्र महज एक नंबर है, असली खेल तो जुनून और हिम्मत का है। उनकी बल्लेबाजी में तेज़ी के साथ जो परिपक्वता झलक रही थी, वही उन्हें खास बनाती है। हर शॉट में एक प्लान, हर कदम में विश्वास- यही बातें उनको यूथ आइकन बना रही हैं।
टी20 क्रिकेट में नए जेनरेशन के ये दोनों सितारे- आयुष म्हात्रे और वैभव सूर्यवंशी- ना सिर्फ रिकॉर्ड बुक के पन्ने रंग रहे हैं, बल्कि करोड़ों फैंस के दिलों में भी जगह बना रहे हैं। अब सबकी निगाहें अगले सीज़न और इन युवा खिलाड़ियों की अगली पारी पर टिकी हैं।