आपने टीवी या सोशल मीडिया पर यूक्रेन में ड्रोनों के बारे में सुना होगा। ये ड्रोन अक्सर बिजली की तरह आकाश से झपटते हैं और बुनियादी ढाँचे को नुकसान पहुँचाते हैं। इस लेख में हम समझेंगे कि ये हमला क्यों होते हैं, उनका असर क्या है और आम आदमी कैसे सुरक्षित रह सकता है।
यूक्रेन की जमीनी लड़ाई से बचने के लिए दोनों पक्षों ने हवा में नई तकनीक अपनाई – ड्रोन। ये छोटे, सस्ते और तेज़ होते हैं, इसलिए दुश्मन के रणनीतिक पॉइंट्स पर जल्दी पहुँचा जा सकता है। अक्सर इनका इस्तेमाल ऊर्जा स्टेशन, पुल या सैन्य बेस को निशाना बनाने के लिये किया जाता है। इस तरह से वे बिना बड़े नुकसान के बड़ी असर डाल सकते हैं।
ड्रोन हमले अचानक होते हैं, इसलिए तैयार रहना ज़रूरी है। सबसे पहले अपने घर की छत या बालकनी पर कोई असामान्य आवाज़ सुनें तो तुरंत अंदर जाएँ। अगर आप बाहर हैं और ड्रोन देख रहे हैं तो शेल्टर या किसी इमारत के पीछे छिपें। मोबाइल में अलर्ट सेट करें ताकि सरकारी सिविल डिफेंस से आने वाले नोटिफिकेशन मिलते रहें।
ख़ास बात यह है कि ड्रोन अक्सर खुले मैदान या कम रोशनी वाले इलाकों में उड़ाते हैं, इसलिए रात के समय बाहर जाना बचें। यदि आप किसी बड़े इवेंट की भीड़ में हैं तो जल्दी से निकले और सुरक्षित जगह पर पहुँचें। छोटे बच्चों को समझाएँ कि उन्हें अचानक आवाज़ सुनाई देने पर क्या करना है – जैसे तेज़ी से घर या स्कूल के भीतर की सुरक्षा कक्ष में जाना।
अगर आप ड्रोन देख कर घबराते हैं, तो फ़ोटो या वीडियो लेना न करें; इससे आपका ध्यान बँट जाता है और सुरक्षित रहने का मौका कम हो सकता है। बस शांत रहें, आसपास की स्थिति पर नजर रखें और ज़रूरत पड़े तो मदद के लिए 112 (भारत) या स्थानीय एमरजेंसी नंबर डायल करें।
सरकार भी इस मुद्दे को गंभीरता से ले रही है। कई शहरों में ड्रोन पहचान प्रणाली लगाई जा रही है, जिससे जल्दी पता चल सके कि कब और कहाँ हमला हो सकता है। यह तकनीक नागरिकों को अलर्ट भेजती है, इसलिए अपने मोबाइल की नोटिफिकेशन सेटिंग्स ऑन रखें।
अंत में एक बात याद रखिए – ड्रोन हमले राष्ट्रीय स्तर के बड़े मुद्दे हैं, लेकिन आपका व्यक्तिगत सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण है। सही जानकारी और तुरंत कार्रवाई से आप खुद और अपने परिवार को सुरक्षित रख सकते हैं। आगे भी ताज़ा अपडेट के लिये हमारे पेज पर जुड़े रहें।
मॉस्को में 10 सितंबर 2024 को एक महत्वपूर्ण घटना हुई जब यूक्रेनी ड्रोन का मलबा एक अपार्टमेंट परिसर पर गिरा, जिससे एक व्यक्ति की मौत हो गई और आग लग गई। रूसी अधिकारियों के अनुसार, मलबा कम से कम दो ऊंची रिहायशी इमारतों पर गिरा। इस हमले ने रूस में तनाव और बढ़ा दिया है।