अगर आप अंतरिक्ष के शौकीन हैं तो स्टारशिप का नाम सुनते ही दिमाग में बड़ा रॉकेट और मंगल पर कदम रखे जाने वाले मिशन की झलक आती होगी। स्पेसएक्स ने इस प्रोजेक्ट को कई सालों से विकसित किया है, और अब ये धीरे‑धीरे वास्तविक उड़ानें भर रहा है।
पहला तो बात करते हैं इसके आकार की – लगभग 120 मीटर लंबा, 9 मीटर व्यास वाला यह रॉकेट दुनिया का सबसे बड़ा पावरहाउस कहे जाने लायक है। इसका दो‑स्तरीय डिज़ाइन है: नीचे पहला स्टेज ‘सुपरहेवी बूस्टर’ (Super Heavy) और ऊपर दूसरा स्टेज ‘स्टारशिप’ खुद। दोनों में समान इंजन – Raptor – इस्तेमाल होते हैं, जो मेथेन और ऑक्सीजन को जलाकर बहुत अधिक थ्रस्ट देते हैं।
इसे पुन: उपयोग योग्य बनाया गया है, यानी एक बार लैंड करने के बाद फिर से लॉन्च किया जा सकता है। इस बात ने लागत में भारी कटौती की सम्भावना पैदा कर दी है, इसलिए भविष्य के मिशन सस्ते और तेज़ हो सकते हैं।
पिछले कुछ महीनों में कई टेस्ट फ्लाइट्स हुए हैं – सफल हाई‑एंट्रेंस, एरोडायनामिक टॉप‑ऑफ़, और अब तो पहली बार पूरी स्टारशिप ने अपना स्टेज अलग किया। इन उड़ानों की लाइव स्ट्रिमिंग को लोग सोशल मीडिया पर गिनते-गिनते देख रहे थे; खासकर भारत में कई यूज़र इसको रीयल‑टाइम अपडेट्स के साथ फॉलो कर रहे हैं।
आने वाले महीनों में स्टारशिप का पहला ऑर्बिटल मिशन तय है, जहाँ यह पृथ्वी की कक्षा तक पहुँचकर कुछ प्रयोग करेगा और फिर वापस लैंड करेगा। इसके बाद स्पेसएक्स ने मंगल पर इंसान ले जाने के लिए बड़े पैमाने पर योजना बनाई है – इस रॉकेट से ही वह संभव होगा।
अगर आप भी स्टारशिप की खबरों को रोज़ाना फॉलो करना चाहते हैं तो बस हमारे टैग पेज ‘स्ट्रारशिप’ पर आएँ, जहाँ नवीनतम अपडेट्स, वीडियो लिंक (हमारे पास नहीं लेकिन बताया जाएगा) और विशेषज्ञों के विश्लेषण मिलेंगे।
एक बात याद रखें – अंतरिक्ष यात्रा अभी शुरुआती दौर में है, इसलिए हर लांच से नई सीख मिलती है। स्टारशिप का हर सफल कदम हमें भविष्य की बड़ी यात्राओं के करीब ले जाता है। तो जुड़ें रहें, सवाल पूछें और इस अद्भुत प्रोजेक्ट को साथ‑साथ देखिए।
अंत में इतना कहूँगा – अगर आप अंतरिक्ष के सपने देखते हैं, तो स्टारशिप आपके लिए एक बड़े अवसर की तरह है। इसे समझना आसान नहीं, पर रोज़मर्रा की भाषा में बात करें तो बस यही: बड़ा रॉकेट, दोबारा इस्तेमाल, और मंगल पर नया कदम। यही कारण है कि लोग इस टैग को फॉलो कर रहे हैं।
SpaceX ने रविवार, 13 अक्टूबर, 2024 को अपनी विशाल स्टारशिप रॉकेट की सबसे साहसी परीक्षण उड़ान पूरी की। 400 फुट लंबे इस रॉकेट ने टेक्सास के दक्षिणी छोर से उड़ान भरी और सफलतापूर्वक पहले चरण के बूस्टर को मैकेनिकल आर्म्स के जरिये वापिस लैंड किया। यह परीक्षण स्पेसएक्स को चंद्रमा और मंगल पर मिशन भेजने के उनके महत्त्वाकांक्षी लक्ष्यों के अधिक निकट लाता है।