गाबा टेस्ट क्या है? नवीनतम अपडेट्स यहाँ

अगर आपने अभी‑तक गाबा टेस्ट के बारे में नहीं सुना, तो परेशान मत हों। ये एक आसान तरीका है जिससे डॉक्टर या वैज्ञानिक आपके दिमाग में ग़ाबा (GABA) नामक रसायन की मात्रा देख सकते हैं। ग़ाबा हमारे नर्वस सिस्टम को शांत रखता है, इसलिए इसका स्तर सीधे हमारी नींद, तनाव और मूड से जुड़ा होता है। इस लेख में हम बताएंगे कि गाबा टेस्ट कैसे काम करता है, कब‑कब इसकी ज़रूरत पड़ती है, और आज‑कल की सबसे ताज़ा खबरें क्या कह रही हैं।

गाबा टेस्ट के प्रकार और उपयोग

गाबा को मापने के दो मुख्य तरीकों में से पहला है रक्त या लार का नमूना लेना। डॉक्टर इस सैंपल को लैब में भेजते हैं, जहाँ विशेष उपकरण ग़ाबा की मात्रा निकालते हैं। दूसरा तरीका इमेजिंग तकनीक पर आधारित है – जैसे MRI‑स्पेक्ट्रोस्कोपी, जो सीधे दिमाग के अंदर ग़ाबा का स्तर दिखाता है। दोनों ही तरीकों से डॉक्टर यह तय कर सकते हैं कि आपको एंटी‑एंग्जायटी या स्लीप मेडिकेशन की ज़रूरत है या नहीं।

आम तौर पर इस टेस्ट को उन लोगों में करवाया जाता है जो लगातार तनाव, नींद न आना, या अनिद्रा से जूझ रहे हों। कुछ न्यूरोलॉजिस्ट इसे एपीएल (अटेंशन डेफिसिट) वाले बच्चों के साथ भी इस्तेमाल करते हैं ताकि इलाज सही दिशा में हो सके। यदि आप इन लक्षणों से परेशान हैं तो अपने डॉक्टर को गाबा टेस्ट की सलाह जरूर दें।

हाल ही में गाबा टेस्ट से जुड़ी प्रमुख खबरें

पिछले महीने एक बड़ी मेडिकल कॉन्फ़्रेंस में बताया गया कि गाबा टेस्ट अब सिर्फ बड़े शहरों तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि छोटे क्लिनिक भी इस तकनीक को अपना रहे हैं। इससे ग्रामीण इलाकों के लोगों को भी जल्दी निदान मिल सकता है। उसी सम्मेलन में कुछ शोधकर्ताओं ने कहा कि भविष्य में गाबा स्तर को सीधे मोबाइल ऐप से मॉनिटर किया जा सकेगा – यानी आप अपने फोन पर ही देख पाएँगे कि आपका तनाव कितना है।

एक और दिलचस्प खबर यह रही कि हालिया एक अध्ययन में दिखाया गया कि नियमित योग और मेडिटेशन करने वाले लोगों का गाबा स्तर प्राकृतिक रूप से बढ़ जाता है, जिससे दवाओं की ज़रूरत कम हो सकती है। अगर आप आसान समाधान चाहते हैं तो रोज़ 10‑15 मिनट ध्येय (मैडिटेशन) या श्वास अभ्यास आज़मा सकते हैं।

इन सभी अपडेट्स को देखते हुए गाबा टेस्ट का महत्व बढ़ रहा है, और इसका उपयोग अब केवल डॉक्टरों तक सीमित नहीं बल्कि आम लोग भी इसे समझ कर अपनी सेहत में सुधार कर सकते हैं। तो अगली बार जब आप थका‑हवा महसूस करें, तो अपने स्वास्थ्य प्रोफ़ाइल में गाबा टेस्ट को एक विकल्प के रूप में रखें।

भारत-ऑस्ट्रेलिया गाबा टेस्ट: बारिश के चलते समय परिवर्तन का फैसला

गाबा में तीसरे टेस्ट के पहले दिन बारिश के कारण केवल 13.2 ओवर ही खेला जा सका, जिसके चलते शेष दिनों में समय परिवर्तन कर मैच की शुरुआत 30 मिनट पहले की जाएगी। भारतीय टीम ने रवींद्र जडेजा और आकाश दीप की वापसी की, जबकि ऑस्ट्रेलिया ने जोश हेजलवुड को शामिल किया। मौजूदा सीरीज 1-1 से बराबर है।

द्वारा लिखित

Maanasa Manikandan, मार्च, 16 2025