आपको फ्यूचर एंड ऑप्शन (F&O) की दुनिया में कदम रखना है, लेकिन बहुत सारे जटिल शब्दों से डरते हैं? नहीं, इतना मुश्किल नहीं है। पहले समझिए कि F&O क्या होते हैं – ये दो प्रकार के डेरिवेटिव्स हैं जो आपको शेयर की कीमतें ऊपर या नीचे दोनों दिशा में कम पैसे में बड़े पोज़ीशन लेने देते हैं.
सबसे पहले अपने ब्रोकरेज अकाउंट को फ्यूचर और ऑप्शन ट्रेडिंग के लिए एक्टिवेट कराएं। कई प्लेटफ़ॉर्म एक क्लिक से यह सुविधा देते हैं, बस KYC पूरा करें और थोड़ा शुरुआती फ़ंड जमा करें. 5‑10 हज़ार रुपये से भी छोटे‑छोटे ट्रेंड पकड़ सकते हैं.
1️⃣ स्टॉप‑लॉस सेट करें: हर ट्रेड में तय कर लें कि आप अधिकतम कितना घाटा बर्दाश्त करेंगे. अगर शेयर 2 % नीचे जाए तो ऑर्डर बंद हो जाना चाहिए, इससे बड़े नुकसान नहीं होते.
2️⃣ पोजीशन साइज कंट्रोल: एक ही ट्रेड में अपना पूरा पूँजी न लगाएँ. आम तौर पर 10‑15 % से अधिक नहीं रखें. इस तरह कई मौके खुले रहते हैं और आप किसी एक गलत अंदाज़े के कारण सब कुछ खो नहीं पाते.
कॉल ऑप्शन खरीदें जब बुलिश सिग्नल मिले: अगर आपको लगता है कि किसी स्टॉक की कीमत अगले हफ्ते 10‑15 % बढ़ेगी, तो कॉल ऑप्शन लेना कम लागत में बड़ी रिटर्न दे सकता है.
पुट ऑप्शन बेचें जब मार्केट स्थिर दिखे: यदि शेयर का ट्रेंड फ्लैट है और आप उम्मीद करते हैं कि कीमत बहुत नहीं घटेगी, तो पुट ऑप्शन बेचना प्रीमियम कमाने का आसान तरीका है. पर याद रखें, अगर अचानक गिरावट आई तो नुकसान हो सकता है.
स्प्रेड ट्रेडिंग: एक ही स्टॉक के दो अलग‑अलग स्ट्राइक प्राइस वाले ऑप्शन्स को साथ में खरीदना/बेचना। इससे रिस्क कम होता है और प्रॉफिट का संभावित मार्जिन बढ़ता है. उदाहरण: 10000 पर कॉल खरीदे और 10500 पर सेल करें.
इन रणनीतियों को आज़माते समय हमेशा मार्केट न्यूज और आर्थिक कैलेंडर देखें. ब्याज दर में बदलाव, कंपनी के क्वार्टरली रिजल्ट या बड़ी इवेंट्स (जैसे चुनाव) कीमतों को हिला सकते हैं.
आखिर में सबसे बड़ा हथियार आपका धैर्य है. हर दिन जीत की उम्मीद नहीं रखनी चाहिए; कुछ ट्रेड नुकसान में हो सकते हैं, पर सही रिस्क मैनेजमेंट से आप कुल मिलाकर प्रोफ़िट बना पाएँगे.
तो आज ही अपनी पहली F&O पोजीशन खोलें, छोटे साइज से शुरू करें और धीरे‑धीरे सीखते हुए अपने पोर्टफोलियो को बढ़ाएँ. याद रखें – सरल रहें, नियमों का पालन करें और मार्केट की आवाज़ सुनें। शिन्दे आमवाले पर अपडेट्स के साथ जुड़ें, ताकि आप हमेशा सही दिशा में कदम रख सकें.
सेबी ने सावधिक अनुबंधों में सट्टेबाजी को नियंत्रित करने के लिए अनुबंध मूल्य को 6 गुना बढ़ाकर 30 लाख रुपये करने का प्रस्ताव रखा है। इस प्रस्ताव का उद्देश्य अनुचित सट्टेबाजी को रोकना और आर्थिक स्थिरता को बढ़ावा देना है। इसके अलावा, साप्ताहिक विकल्प अनुबंधों की संख्या को एक सूचकांक तक सीमित किया जाएगा और बड़े दलालों की समाप्ति के दिनों पर सीमित अनुबंध संख्या होगी।